देवधर ट्रॉफी (Deodhar Trophy 2023) का फाइनल मुकाबला आज साउथ जोन और ईस्ट जोन (South Zone vs East Zone) के बीच खेला गया। साउथ जोन के कप्तान मयंक अग्रवाल ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। सलामी बल्लेबाज रोहन कुन्नुमल के शानदार शतक की बदौलत साउथ जोन ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोरबोर्ड पर 328 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। इस लक्ष्य का पीछा करते हुए ईस्ट जोन की टीम 46.1 ओवर में 283 रनों पर ढेर हो गई और मयंक अग्रवाल की कप्तानी साउथ जोन ने देवधर ट्रॉफी को अपने नाम कर लिया है।
पहले बल्लेबाजी करने उतरे साउथ जोन के सलामी बल्लेबाजों ने ताबड़तोड़ शुरुआत की। रोहन कुन्नुमल और मयंक अग्रवाल के बीच 181 रनों की अहम साझेदारी हुई। रोहन ने 75 गेंदों पर 107 रनों की तूफानी शतकीय पारी खेली, जिसमें 11 चौके और 4 छक्के शामिल रहे। दूसरे छोर पर कप्तान मयंक ने भी 63 रन बनाये और मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने आये एन जगदीशन ने 54 रनों की बेहतरीन पारी खेली। अंत में साईं किशोर ने 24 और विजयकुमार विषाक ने 11 रन बनाते हुए टीम का स्कोर 328 रन बनाये। ईस्ट जोन के लिए शहबाज अहमद, रियान पराग और उत्कर्ष सिंह ने 2-2 विकेट प्राप्त किये।
300 से अधिक रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ईस्ट जोन की शुरुआत बेहद ही खराब रही। 14 रनों पर 3 विकेट गंवाने के बाद कप्तान सौरभ तिवारी ने सुदीप कुमार के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 58 रन जोड़े। सौरभ तिवारी ने 28 रन बनाये तो सुदीप कुमार ने 41 रन बनाये लेकिन इसके बाद रियान पराग ने अपना शानदार फॉर्म जारी रखा और एक बार फिर कुमार कुशाग्रा के संग मिलकर टीम की पारी को संभाला। दोनों बल्लेबाजों के बीच 105 रनों की ताबड़तोड़ साझेदारी हुई।
रियान पराग ने 65 गेंदों पर 95 रन बनाये जिसमें 8 चौके और 5 छक्के शामिल रहे। दूसरे छोर पर कुमार कुशाग्रा ने जूझारू पारी खेली लेकिन टीम को जीत के करीब ले जाने में असफल हुए। कुमार ने 58 गेंदों पर 68 रन बनाये और पूरी ईस्ट जोन की टीम 283 रनों पर सिमट गई। साउथ जोन के लिए वॉशिंगटन सुन्दर ने 3 अहम विकेट अपने नाम किये। साउथ जोन ने दिलीप ट्रॉफी के बाद देवधर ट्रॉफी को अपने नाम कर लिया है।