टीम इंडिया (India Cricket team) में 2017 चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) के बाद ऐसा दौर आया जब रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) और रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) की जगह प्रमुख स्पिनरों के रूप में कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) और युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) ने जगह ले ली थी।
कुलदीप और चहल दोनों ही रिस्ट स्पिनर्स हैं और एकसाथ मिलकर किसी भी बल्लेबाजी क्रम की धज्जियां उड़ाने के लिए लोकप्रिय हो गए थे। क्रिकेट के मैदान में शानदार प्रदर्शन करने के लिए इस जोड़ी को कुलचा नाम से जाना जाने लगा।
हालांकि, 2019 विश्व कप बीता और कुलदीप यादव व युजवेंद्र चहल के प्रदर्शन में गिरावट आने लगी। दोनों इस तरह खराब फॉर्म से जूझे कि राष्ट्रीय टीम से अपनी जगह ही गंवा बैठे। ये दोनों गेंदबाज टी20 वर्ल्ड कप 2021 का हिस्सा नहीं थे। चयनकर्ताओं ने प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में दोबारा अश्विन और जडेजा पर भरोसा जताया।
अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के प्रदर्शन में गिरावट का खुलासा किया है। कार्तिक का मानना है कि विकेट के पीछे एमएस धोनी की कमी के कारण दोनों गेंदबाजों के प्रदर्शन में गिरावट आई है।
एमएस धोनी ने दोनों की बहुत मदद की: दिनेश कार्तिक
दिनेश कार्तिक ने क्रिकबज से बातचीत में कहा, '100 प्रतिशत। मुझे लगता है कि एमएस धोनी का विकेट के पीछे नहीं होना दोनों के प्रदर्शन में गिरावट का प्रमुख कारण है। मैंने देखा कि एमएस धोनी ने कुलदीप और चहल की कितनी मदद की। वो जब अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे तो किसी की जरूरत नहीं थी।'
कार्तिक ने आगे कहा, 'मगर जब कोई बल्लेबाज लंबी हिट लगा दे तो विकेट के पीछे से धोनी की अहम सलाह आती थी, जिस पर दोनों गेंदबाज आंख बंद करके भरोसा करते थे।' कार्तिक ने साथ ही कहा कि कुलदीप और चहल के समय ज्यादातर समय कप्तानी विराट कोहली ने की, लेकिन दोनों गेंदबाज तब सुनते एमएस धोनी की बात थे।
36 साल के कार्तिक ने कहा, 'विराट कोहली उनमें से कई मैचों में कप्तान थे, लेकिन दोनों गेंदबाज सुनते किसकी थे? अगर मैं ईमानदारी से कहूं तो एमएस धोनी। क्या फील्डिंग जमाना है। किस लाइन पर गेंदबाजी करना है। बल्लेबाज क्या सोच रहा है। ये तीन सवाल उनके मन में घूमते रहते थे। इन तीन सवालों का सर्वश्रेष्ठ जवाब उन्हें एमएस धोनी से मिलता था। और धोनी उनका बेहतरीन तरीके से मार्गदर्शन करते थे।'