भारत (Indian Cricket Team) और इंग्लैंड (England Cricket Team) के बीच कल से नॉटिंघम में शुरू हुए पांच टेस्ट मैचों की सीरीज (IND vs ENG) के पहले टेस्ट में भारतीय गेंदबाजों का दमदार प्रदर्शन देखने को मिला और इस मामले में सबसे आगे जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) रहे। जसप्रीत बुमराह ने नॉटिंघम टेस्ट के पहले दिन बेहतरीन गेंदबाजी की और उनकी गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड के बल्लेबाज असहाय नजर आये। पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने भी मैच में भारत की पकड़ बनाने में मदद करने वाले बुमराह की प्रसंशा की और कहा कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल मुकाबले की तुलना में नॉटिंघम में पहले दिन शानदार लय में दिखे।
जसप्रीत बुमराह ने मैच के दिन रोरी बर्न्स को पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर ही एलबीडबल्यू आउट किया और इसके बाद वो लगातार इंग्लिश बल्लेबाजों के सामने आक्रामक लाइन में गेंदबाजी करते दिखे। इंग्लैंड की टीम पहली पारी में मात्र 183 रन ही बना पाई तथा बुमराह ने 4 इंग्लिश बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया।
मैच के बाद दिग्गज सुनील गावस्कर ने आज तक पर अपने विचार रखते हुए कहा कि जसप्रीत बुमराह आज पहले ओवर ही लय में दिखे। उन्होंने कहा,
"पहले ही ओवर में बुमराह ने रोरी बर्न्स को सेट किया। वह पहले गेंद को ऑफ स्टंप से दूर स्लिप की ओर ले गए। मैंने सोचा था कि पांचवीं या छठी गेंद आएगी, ठीक उसी तरह जैसे उसने 2018 में द ओवल में कीटन जेनिंग्स के लिए सेटअप किया था। बाजुओं को खोल नहीं पाए और एल्बीडब्ल्यू आउट हुए थे। ट्रेंट ब्रिज में, बुमराह चौथी (पांचवीं) गेंद अंदर लाए और रोरी बर्न्स के पास डिलीवरी का कोई जवाब नहीं था। यह बहुत अच्छी गेंदबाजी थी।"
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में बुमराह का प्रदर्शन रहा था खराब
दो सालों की कड़ी मेहनत के बाद जब भारतीय टीम 18 जुलाई को न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उतरी तो सभी को भारतीय गेंदबाजों में सबसे ज्यादा उम्मीदें जसप्रीत बुमराह से थी लेकिन बुमराह इस मैच में 36 ओवर से भी अधिक की गेंदबाजी करने के बावजूद एक भी विकेट नहीं निकाल पाए थे।
हालांकि गावस्कर का मानना है कि बुमराह उस मैच में बिलकुल लय में नहीं थे। उन्होंने कहा,
"बुमराह यहां (नॉटिंघम में) बीच में शानदार लय में दिखे, जो एक गेंदबाज के लिए बहुत मायने रखता है। WTC फाइनल में वह किसी भी तरह लय नहीं हासिल कर सके थे। जब वह गेंदबाजी के लिए दौड़ रहे थे, ऐसा नहीं लग रहा था कि वह बहुत आत्मविश्वास से भरे हुए हैं। यहां आत्मविश्वास बहुत ज्यादा दिखाई दे रहा था। साथ ही बुमराह ने नॉटिंघम में अनुकूल परिस्थितियों का भरपूर उपयोग किया।"