भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के पहले दिन केएल राहुल (KL Rahul) की बेहतरीन बल्लेबाजी देखने को मिली। राहुल ने पहले पचास रन के लिए काफी गेंदे खेली लेकिन इसके बाद वह पूरी तरह से शानदार लय में नजर आये और मैदान के चारों तरफ शॉट खेलते हुए लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान में अपना पहला टेस्ट शतक लगाया। राहुल ने शुरूआती दो मैचों में जिस तरह से बल्लेबाजी की है उसको देखते हुए पूर्व भारतीय दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) का मानना है कि राहुल ने खुद को एक बार फिर से बतौर ओपनर टीम में स्थापित कर लिया है।
नियमित ओपनर मयंक अग्रवाल की चोट के कारण राहुल को ओपनिंग करने का मौका मिला और उन्होंने इस मौके को अभी तक पूरी तरह से भुनाया है। नॉटिंघम में शतक से चूक जाने वाले राहुल ने लॉर्ड्स टेस्ट में कोई गलती नहीं की और एक शानदार शतक लगाया। राहुल पहले दिन का खेल समाप्त होने तक 127 रन बनाकर बनाकर नाबाद रहे।
सुनील गावस्कर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से केएल राहुल की पारी की प्रशंसा की। गावस्कर ने अपने वीडियो में, राहुल की पारी को "एक विशिष्ट सलामी बल्लेबाज की पारी" करार दिया। उन्होंने यह भी कहा,
"अधिक मूवमेंट होने के कारण राहुल शुरुआत में काफी चौकन्ना थे। केएल की शानदार पारी। एक विशिष्ट सलामी बल्लेबाज की पारी। इंग्लैंड के गेंदबाजों के लिए हवा में और सतह से काफी मदद थी इसलिए राहुल शुरुआत में काफी सतर्क थे।"
"अब, केएल राहुल ने एक बार फिर खुद को भारत के सलामी बल्लेबाज के रूप में स्थापित कर लिया है और उसे यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह लम्बे समय तक रहे।"
खिलाड़ियों के लिए भाग्य की भूमिका भी अहम होती है
सुनील गावस्कर ने केएल राहुल के उदाहरण को देखते हुए इस बात पर भी चर्चा कि किस तरह भाग्य खिलाड़ियों के लिए अहम भूमिका निभाता है। गावस्कर ने कहा कि अगर मयंक अग्रवाल चोटिल नहीं होते तो राहुल को टॉप ऑर्डर में मौका नहीं मिलता।
"भाग्य कभी-कभी इतना महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर मयंक अग्रवाल चोटिल नहीं होते,राहुल शायद पहले दो टेस्ट मैच नहीं खेलते।"
केएल राहुल ने लगातार दो मैचों में बतौर ओपनर अच्छा प्रदर्शन कर अपनी जगह पक्की कर ली है। ऐसे में मयंक अग्रवाल के लिए दोबारा से ओपनर की भूमिका वापस पाना आसान नहीं होने वाला है।