वर्ल्ड कप (ICC Cricket World Cup 2023) के लिए हर टीम अपने-अपने तरीके से तैयारियां कर रही है। इंग्लैंड क्रिकेट टीम (England Cricket Team) ने इस वर्ल्ड कप में बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों का सामना करने के लिए भारत के एक साइडआर्म विशेषज्ञ सौरभ अम्बेटकर को नियुक्त किया है। सौरभ इंग्लैंड की क्रिकेट टीम को इस वर्ल्ड कप में बाएं हाथ की गेंदबाजी का सामना करने का अभ्यास कराएंगे।
पिछले करीब एक दशक से क्रिकेट में अभ्यास करने के लिए साइडआर्म का काफी उपयोग किया जाता है। इंग्लैंड की क्रिकेट टीम अपने अभ्यास सत्र में इस उपकरण का काफी इस्तेमाल करती है। इसी वजह से उन्होंने अपने कैंप में सौरभ अम्बेटकर को शामिल किया है।
सौरभ मुंबई और विदर्भ के लिए क्रिकेट खेला करते थे। वह आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए हालिया सीजन में कोचिंग स्टाफ का भी रहे हैं। उन्होंने इंग्लैंड टीम के मैनेजर वेन बेंटले के साथ काम किया है, जो केकेआर में यही भूमिका निभाते हैं।
इंग्लैंड के कोचिंग स्टाफ में कौन-कौन है ?
वर्ल्ड कप के लिए भारत आए इंग्लैंड के कोचिंग स्टाफ में मुख्य कोच मैथ्यू मॉट हैं और उनके साथ बल्लेबाजी कोच की जिम्मेदारी मार्कस ट्रेस्कोथिक पर हैं, जबकि फील्डिंग कोच कार्ल हॉपकिंसन हैं। इनके अलावा इंग्लैंड के स्पिन गेंदबाजी कोच रिचर्ड डॉसन हैं, जबकि तेज गेंदबाजी कोच की जिम्मेदारी डेविड सकेर को दी गई है।
इंग्लैंड के कोचिंग स्टाफ में मुख्य कोच मॉट के सभी चार सहायक दाएं हाथ से गेंद फेंकते हैं। इस वजह से इंग्लैंड ने बाएं हाथ से गेंद फेंकने वाले विशेषज्ञ को अपनी टीम में शामिल किया है, ताकि बाएं हाथ के गेंदबाजों का सामना करने के लिए उन्हें पूरा अभ्यास करने का मौका मिल सके।
वर्ल्ड कप का पहला मैच 5 अक्टूबर को पिछली बार की विजेता इंग्लैंड और उप-विजेता न्यूज़ीलैंड के बीच में होगा। उस मैच में इंग्लैंड के बल्लेबाजों को शायद पहले ओवर में ही ट्रेंट बोल्ट का सामना करना पड़ सकता है, जो विश्व के सबसे खतरनाक बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों में से एक हैं। अब देखना होगा कि उस समय इंग्लैंड को अम्बेटकर के साथ की गई तैयारी का कितना फायदा मिलता है।