इंग्लैंड क्रिकेट टीम (England Cricket Team) के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी और 1979 का वर्ल्ड कप फाइनल खेल चुके माइक हेंड्रिक (Mike Hendrick) का देहांत हो गया है। उनके निधन से इंग्लैंड में चल रही काउंटी क्रिकेट सख्ते में हैं। माइक हेंड्रिक काउंटी क्रिकेट में डर्बीशायर (Derbyshire County Cricket Club) और नाटिंघमशायर (Nottinghamshire County Cricket Club) की तरफ से खेलते थे। माइक हेंड्रिक का जन्म 22 अक्टूबर 1948 को डारले डेल, डर्बीशायर में हुआ था। 21 साल की उम्र में उन्होंने प्रथम श्रेणी मैच खेला, तो 25 साल की उम्र में उन्होंने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए पहला अंतरराष्ट्रीय मुकाबला वनडे मैच के रूप में खेला। टेस्ट क्रिकेट में माइक हेंड्रिक ने पहला टेस्ट मैच साल 1974 में भारत के खिलाफ मेनचेस्टर में के मैदान पर खेला था।
माइक हेंड्रिक एक दायें हाथ के मध्यम गति के गेंदबाज थे, जो एक टेस्ट मैच में इंग्लैंड के लिए गेंदबाजी की शुरुआत करने वाले डर्बीशायर में जन्मे आखिरी क्रिकेटर हैं। उन्होंने प्रथम श्रेणी में डर्बीशायर के लिए 167 मैच खेलें हैं और इस दौरान उन्होंने 497 विकेट झटके। लिस्ट ए मैचों में उन्होंने 171 मैचों में 222 विकेट हासिल किये। माइक हेंड्रिक ने 1981 में नेटवेस्ट ट्रॉफी भी जीती थी। इंग्लैंड के लिए उन्होंने 30 मुकाबलों में 87 विकेट हासिल किये और 22 वनडे मैचों में 35 विकेट प्राप्त किये थे। इंग्लैंड के लिए माइक हेंड्रिक ने 1977 और 1978/79 एशेज सीरीज भी अपने नाम की है।
इंग्लैंड में चल रहे वनडे कप के दौरान वार्विकशायर (Warwickshire County Cricket Club) और डर्बीशायर के बीच मैच में माइक हेंड्रिक के निधन पर शौक जताया गया। दोनों टीमों ने उनके नाम पर आदर व्यक्त किया। माइक हेंड्रिक ने इंग्लैंड के लिए 1979 का वर्ल्ड कप खेला, जिसमें इंग्लैंड टीम फाइनल में पहुंची थी लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम को हार झेलनी पड़ी थी। माइक हेंड्रिक ने फाइनल मुकाबले में 12 ओवर करते हुए 50 रन दिए और दो विकेट झटके। विश्व कप के दौरान हुए पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में भी उन्होंने शानदार गेंदबाजी कर 15 रन देकर 4 विकेट हासिल किये थे।