टीम इंडिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज फारुख इंजीनियर इस समय ओली रोबिंसन पर आई ब्रिटीश राजनेताओं की प्रतिक्रियाओं से जरा भी खुश नहीं हैं। इंजीनियर ने बताया कि वो सुबह का अखबार पढ़कर हैरान रह गए। ईसीबी द्वारा नस्लवादी और सेक्सिस्ट टिप्पणी के लिए तेज गेंदबाज ओली रोबिंसन को निलंबित करने पर ब्रिटीश पीएम बोरिस जॉनसन ने अपने प्रवक्ता द्वारा अस्वीकृति जताई है।
इंजीनियर ने मैनचेस्टर से इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, 'मैं बोरिस जॉनसन के बारे में अखबार में पढ़ रहा था। मेरे ख्याल से प्रधानमंत्री के लिए इस तरह के बयान में अपना नाम लाना मूर्खता है। रोबिंसन को सजा दो। मेरे ख्याल से ईसीबी ने उन्हें निलंबित करके एकदम सही किया। उसने गलती की है। उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। यही हल होगा।'
रोबिंसन ने पिछले सप्ताह न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया, लेकिन करीब 8 साल पुराने उनके ट्वीट दोबारा सोशल मीडिया पर छाए। रोबिंसन के ट्वीट थे, 'मेरा नया मुस्लिम दोस्त बम है। मैं सोचता हूं कि अगर एशियाई लोग इस तरह स्माइली लगाते। और ट्रेन में मेरे पास बैठे व्यक्ति को निश्चित ही ईबोला है।'
ब्रिटेन के खेल मंत्री ओलिवर डोडेन ने ट्वीट किया कि ईसीबी तो ओली रोबिंसन को निलंबित करके शीर्ष से भी ऊपर चला गया क्योंकि विवादित ट्वीट दशक पुराने हैं। प्रधानमंत्री के प्रवक्ता ने द गार्डियन के मुताबिक कहा, 'डोडेन के दृष्टिकोण से प्रधानमंत्री सहमत हैं।'
रोबिंसन के खिलाफ कड़ा फैसला लेना चाहिए: फारुख इंजीनियर
इंजीनियर को यह बिलकुल भी रास नहीं आया कि राजनेताओं ने रोबिंसन को इतनी आसानी से माफ करने की बात कही। लकांशायर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष इंजीनियर ने बताया कि जब वह 1966-67 में इंग्लैंड में बसे और पेशेवर क्रिकेट खेलना शुरू किया तो नस्लवादी टिप्पणियां झेली।
भारत के लिए 46 टेस्ट खेलने वाले इंजीनियर ने कहा, 'यह सबसे शर्मनाक है कि आप यू बोलें कि रोबिंसन ने जब ट्वीट किया, तब वो 18 साल का था। यह वो उम्र है, जब व्यक्ति जिम्मेदार बनता है। अगर क्रिकेटर्स को ऐसे ही जाने दिया तो चीजें और भी खराब होंगी। एशियाई लोगों के खिलाफ लोग हर तरह के कमेंट्स करेंगे। इस तरह एशियाई लोगों पर कमेंट करना या अन्य लोगों के बारे में कुछ बोलना आपकी परवरिश दिखाता है।'
विज्डन रिपोर्ट के मुताबिक इंजीनियर चाहते हैं कि ईसीबी रोबिंसन और अनाम इंग्लिश क्रिकेटर (जिसने किशोरावस्था में नस्लवादी ट्वीट किए थे) को सजा देकर उदाहरण पेश करे। इंजीनियर ने कहा, 'मैं ये नहीं कहता कि उन्हें आजवीन प्रतिबंधित किया जाए, लेकिन उन पर तगड़ा जुर्माना लगाना चाहिए और टेस्ट क्रिकेट व फर्स्ट क्लास क्रिकेट से कुछ समय तक निलंबित रखना चाहिए। इस बारे में सख्त रहने की जरूरत है।'