तमिलनाडु के पूर्व क्रिकेटर और बीसीसीआई (BCCI) के मैच रेफरी डी.जे. गोकुलकृष्णन (DJ Gokulakrishnan) का बुधवार (11 अक्टूबर) को 50 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनकी मौत हुई। उनका घरेलू क्रिकेट करियर 12 सालों का रहा। बता दें कि गोकुलकृष्णन के निधन से टीम इंडिया (Team India) के ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को काफी दुःख पहुंचा है और उन्होंने सोशल मीडिया पर उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
दाएं हाथ के अनुभवी स्पिनर ने गोकुलकृष्णन ने तमिलनाडु की रणजी टीम में काफी समय साथ में बिताया था। इसके अलावा वह अश्विन के पहले गेंदबाजी कोच भी थे। गुरुवार को अश्विन ने उनकी एक तस्वीर अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर की जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा,
गोकुलकृष्णन एक अद्भुत व्यक्ति थे और टीएन रणजी टीम के दौरे पर हमने जो प्यारे पल साझा किए, वे कुछ ऐसे हैं जो मेरे लिए एक स्मृति के रूप में साथ रहेंगे। वह पहले व्यक्ति थे जिनके पास मैं तब दौड़कर जाता था जब मेरा दिन खराब होता था। डी.जे गोकुलकृष्णन मेरे पहले गेंदबाजी कोच भी थे और अब वह नहीं हैं, इससे मुझे स्तब्ध महसूस होता है। वह 51 वर्ष के थे। मेरी संवेदनाएं जे.आर मदनगोपाल और उनके पूरे परिवार के साथ हैं।
दिवंगत गोकुलकृष्णन ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 39 मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने 1116 रन बनाये और गेंदबाजी में 103 विकेट हासिल किये। वहीं, लिस्ट ए करियर में उन्होंने 45 मैचों में 552 रन बनाने के साथ 71 विकेट चटकाए। घरेलू स्तर पर तमिलनाडु के लिए खेलने के अलावा दाएं हाथ के ऑलराउंडर ने गोवा और असम की ओर से भी खेला था। घरेलू क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा करने के बाद, उन्होंने बीसीसीआई के लिए विजय हजारे ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी में मैच रेफरी की भी भूमिका निभाई।
इसके अलावा सहायक कोच के तौर पर उन्होंने 2008 और 2013 में तमिलनाडु प्रीमियर लीग में ख़िताब भी जीता। 2015 में गोकुलकृष्णन तमिलनाडु की अंडर-19 टीम के हेड कोच भी रहे। वहीं आईपीएल की सबसे सफल फ्रेंचाइजी में से चेन्नई सुपर किंग्स के साथ भी 50 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर ने लम्बे वक्त तक काम किया।