आधुनिक युग में क्रिकेट दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है। भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे बड़े देशों में क्रिकेट की फैन फॉलोइंग जबरदस्त है और पिछले एक दशक में क्रिकेट के नए फॉर्मेट टी20 क्रिकेट ने सभी के दिल में मनोरंजन की जगह बनाई है। लेकिन एक तबका ऐसा भी है जो वनडे और टेस्ट क्रिकेट को टी20 क्रिकेट से अधिक प्रेम करते हैं। दुनियाभर में कई टी20 लीग का इजाद हुआ है। ऐसे में वनडे क्रिकेट की रुचि खत्म हो गई है और अब टेस्ट क्रिकेट भी कुछ ही देशों के बीच खेला जाता है। इसी सन्दर्भ में इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज रहे केविन पीटरसन (Kevin Pietersen) ने ट्वीट करते हुए टी20 क्रिकेट और टेस्ट क्रिकेट को लेकर एक जबरदस्त बहस छेड़ दी है।
हाल ही में इंग्लैंड ने भारत को और वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया को उन्हीं की धरती पर टेस्ट मैच में पटखनी दी। इसके बाद टेस्ट क्रिकेट को लेकर सोशल मीडिया पर क्रिकेट प्रेमियों ने जमकर प्रेम झलकाया गया। इसी ट्रेंड को देखते हुए केविन पीटरसन ने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'यह सबसे छोटे प्रारूप टी20 क्रिकेट और टेस्ट क्रिकेट के बीच एक दिलचस्प चर्चा है। यह कहने के लिए एक तर्क दिया जा सकता है कि टी20 ने टेस्ट मैच के क्षेत्र को अधिक मनोरंजक बनाया है। इसके अलावा, यह सिर्फ पुराने लोग हैं जो कहते रहते हैं कि टी20 आदि बेकार हैं। हम और अधिक टेस्ट चाहते हैं। उन्हें इस बात का एहसास नहीं है कि बच्चों की टेस्ट में कोई दिलचस्पी नहीं है और खेल में पैसा टेस्ट से नहीं आ रहा है।'
केविन पीटरसन ने अपनी बात को आगे रखते हुए कहा कि, 'मेरा सबसे पसंदीदा प्रारूप टेस्ट क्रिकेट है। मैं इस फॉर्मेट को किसी भी चीज़ से ज़्यादा प्यार करता हूँ। लेकिन, मैं समय के साथ आगे बढ़ चुका हूं और महसूस करता हूं कि भविष्य में सभी देशों के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं होगा। मुझे इस पर लोगों की राय सुनकर खुशी हुई? टेस्ट क्रिकेट के भविष्य पर भी समाधान सुनें? कृपया टी20 क्रिकेट को कोसने की बजाय रचनात्मक चर्चा करें?' केविन पीटरसन का साफतौर पर कहना है कि टेस्ट क्रिकेट का कोई भविष्य नहीं है यदि इसे बचाना है तो नए समाधान लाने होंगे।