भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने आईपीएल (IPL) 2014 के दौरा दिखाए गए अपने गुस्से को लेकर बड़ा खुलासा किया है। राहुल द्रविड़ मैदान पर शांत स्वभाव के लिए जाने जाते थे और आजतक उनकी यह छवि बरक़रार है। लेकिन मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के खिलाफ मिली आखिरी गेंद पर हार के बाद राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के कोच के रूप में कार्यत राहुल द्रविड़ ने उस मैच में आपा खो दिया था और अपनी टोपी गुस्से में जमीन पर फेंक दी। उनसे इस घटना को लेकर पूछा गया, जिसपर उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए बड़ी प्रतिक्रिया दी है।
क्रेड एप के यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो पर बातचीत करते हुए राहुल द्रविड़ ने इस सन्दर्भ में कहा कि, 'मेरे सबसे गौरवपूर्ण पलों में से एक नहीं है, लेकिन मैंने हमेशा कोशिश की है कि मैं अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने में सक्षम हो जाऊ। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बात यह है कि आप पर हमेशा बहुत दबाव होता है। बहुत सारी निगाहें आप पर रहती है और आप जो कुछ भी करते हैं उस पर लोग अधिक ध्यान रखते हैं। मैदान पर और बाहर आपके सभी कार्यों पर ध्यान दिया जाता है। टोपी को फेंकना बहुत कुछ स्वाभाविक रूप से आया और मुझे एहसास है कि जब मैं शांत और तनावमुक्त रहता हूं, तो मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता हूं। जाहिर है, यह एक ऐसा अवसर था जहां मैंने शांत रह नहीं पाया और ऐसा नहीं कर सका, लेकिन ऐसा हुआ।
राहुल द्रविड़ ने इस घटना को लेकर आगे बताया कि, 'यह मेरे साथ पहली बार नहीं हुआ और कई बार होता ही रहा है। यह पहली बार सार्वजनिक रूप से टीवी पर सभी को दिखाई दिया। दूसरी बार ड्रेसिंग रूम की प्राइवेसी में ऐसा हुआ होगा। राहुल द्रविड़ ने इस घटना को लेकर पहले भी कई बार बताया है लेकिन उन्होंने युवा खिलाड़ियों को ऐसा न करने की सलाह दी है। वह चाहते हैं कि तनावपूर्ण जैसी मैच स्थिति में भी वह शांत रहें और अपना आपा न खोये और अपने भाव को कंट्रोल करके रखें।