क्रिकेट में साल दर साल नियमों में बदलाव देखने को मिलते है। पिछले कई सालों से वनडे क्रिकेट की दशा नियमों के चलते काफी बदली है। फील्डरों में बदलाव हो या फिर दो गेंदों का इस्तेमाल, इन सभी नियमों ने वनडे क्रिकेट को काफी बदला है। कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों ने इन नियमों पर चर्चा करते हुए गेंदबाजों के प्रति अपनी भावना प्रकट की है। क्योंकि इन नियमों से बल्लेबाजों का ज्यादा मदद मिलती दिखाई पड़ती है। ऐसे में टीम इंडिया (Team India) के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने बताया है कि वनडे क्रिकेट का एक नियम है जो उन्हें भी पसंद नहीं क्योंकि इससे खेल में संतुलन नहीं बन पा रहा है।
सचिन तेंदुलकर ने न्यूज़ 18 से बात करते हुए एक महत्वपूर्ण सवाल का जवाब दिया। उनसे पूछा गया कि एकदिवसीय मैच के लिए दो नई गेंदों के इस्तेमाल पर आपके विचार कितने मजबूत हैं, आपको यह पसंद नहीं है? सचिन ने इसपर जवाब दिया है कि, "दो नई गेंदें और फील्ड रेस्ट्रिक्शन, मेरा मतलब है, इसने गेंदबाजों पर बहुत दबाव डाला है। मुझे एकदिवसीय क्रिकेट में रिवर्स स्विंग होते हुए नहीं दिख रहा है। आखिरी बार कब हुआ था? यह 45वें ओवर में या कुछ भी हो सकता था। अगर वनडे एक गेंद से खेला जाता है तो 23वें ओवर में रिवर्स स्विंग हो सकती है यहीं से खेल का संतुलन बदल जाता है। SG गेंद का रिवर्स स्विंग निस्संदेह किसी भी अन्य गेंद की तुलना में बेहतर है।
1000वें वनडे मैच पर सचिन तेंदुलकर ने दी बड़ी प्रतिक्रिया
अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) में 6 फरवरी को वेस्टइंडीज के खिलाफ भारतीय टीम का 1000वां एकदिवसीय मैच होगा। सचिन तेंदुलकर 1000 एकदिवसीय मुकाबले को बहुत बड़ा कीर्तिमान बताया है और कहा है कि 'मैं कहना चाहता हूं कि यह हम सभी के लिए एक उपलब्धि है और पूरे देश को इस पर गर्व होना चाहिए उम्मीद है कि भारतीय क्रिकेट मजबूती से आगे बढ़ता रहेगा।