सौरव गांगुली और विराट कोहली के बीच विवाद पर गौतम गंभीर ने दी तीखी प्रतिक्रिया

विराट कोहली और सौरव गांगुली विवाद पर गौतम गंभीर ने अपनी बेबाक राय रखी
विराट कोहली और सौरव गांगुली विवाद पर गौतम गंभीर ने अपनी बेबाक राय रखी

जब किसी विषय पर अपने विचार प्रकट करने हो तो भारतीय टीम (India Cricket team) के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) बेबाकी से अपनी बात रखते हैं। हाल ही में गंभीर ने उस विषय पर प्रकाश डाला, जिसने पिछले कुछ समय में भारतीय क्रिकेट को हिलाकर रख दिया है।

बीसीसीआई अध्‍यक्ष सौरव गांगुली और पूर्व भारतीय कप्‍तान विराट कोहली के बीच कथित रूप से दरार की बातें हर किसी के होठों पर थीं। यह मामला पिछले कुछ महीनों से सुर्खियों में लगातार बना हुआ है।

टी20 वर्ल्‍ड कप 2021 से पहले विराट कोहली ने घोषणा की थी कि टूर्नामेंट के बाद वो इस प्रारूप की कप्‍तानी छोड़ देंगे। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने से पहले विराट कोहली को वनडे कप्‍तानी से हटा दिया गया। फिर विराट कोहली ने प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा किया कि दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टेस्‍ट स्‍क्‍वाड चुनते समय उन्‍हें वनडे कप्‍तानी से हटाने की जानकारी दी गई थी।

इसके बाद टेस्‍ट सीरीज खत्‍म हुई और विराट कोहली ने लाल गेंद कप्‍तानी से इस्‍तीफा दे दिया। इस मामले पर गौतम गंभीर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। गंभीर ने कहा कि यह आंतरिक युद्ध था, जिसे बंद दरवाजों में बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था।

गंभीर ने टाइम्‍स नाउ से बातचीत में कहा, 'मेरे ख्‍याल से यह मामला बंद दरवाजों में संभल जाना चाहिए था। यह आंतरिक युद्ध था। कई न्‍यूज चैनलों के लिए यह शानदार टीआरपी वाला शो रहा, लेकिन ठीक है। अगर आप इसकी गहराई में जाएं तो पाएंगे कि मामला आसानी से सुलझ सकता था। यह इतना बड़ा मामला नहीं था।'

कोहली को टेस्‍ट कप्‍तानी जारी रखना चाहिए थी - गंभीर

गंभीर ने आगे कहा, 'ईमानदारी से जो बनाया गया, मुझे वैसा कोई विवाद नजर नहीं आया। कप्‍तानी की बात करें तो मेरे ख्‍याल से विराट कोहली को लाल गेंद कप्‍तानी जारी रखना चाहिए थी। मगर सफेद गेंद कप्‍तानी के मामले में अगर उन्‍होंने टी20 कप्‍तानी छोड़ने का फैसला किया था तो वनडे कप्‍तानी भी जाने देनी थी। बीसीसीआई और चयनकर्ताओं का सफेद गेंद के लिए दृष्टिकोण सही था। मगर टेस्‍ट कप्‍तानी छोड़ने का विराट कोहली का निजी फैसला था, जिसे वो जारी रख सकते थे।'

विराट कोहली ने सोमवार को एमएस धोनी का उदाहरण देते हुए कहा कि किसी को लीडर बनने के लिए टीम का कप्‍तान होने की जरूरत नहीं है। अब वो भारतीय कप्‍तान नहीं है, तो वह बल्‍लेबाज के रूप में टीम में अहम योगदान दे सकते हैं।

कोहली ने कहा, 'हर चीज का कार्यकाल और अवधि होती है। आपको इसके बारे में पता होना चाहिए। लोग कह सकते हैं कि इसने क्‍या किया, लेकिन आप जानते हैं कि जब आगे बढ़ने की सोचे और ज्‍यादा हासिल करना चाहें तो आपको महसूस होगा कि आपने अपना काम किया।' कोहली ने एमएस धोनी से पहले टेस्‍ट और फिर सीमित ओवर क्रिकेट में कप्‍तानी हासिल की थी।

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