पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) और ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) के बीच मैदान के अंदर मुकाबले से सभी परिचित है। भज्जी ने हाल ही में खुलासा किया कि रिकी पोंटिंग का डिफेन्स कमजोर था क्योंकि वह सख्त हाथों से खेलते थे और इसी वजह से उनकी गेंदबाजी के खिलाफ वह संघर्ष करते थे।
रिकी पोंटिंग एक शानदार कप्तान होने के साथ-साथ एक बेहतरीन बल्लेबाज भी थे लेकिन पूरे करियर के दौरान उन्हें हरभजन सिंह की गेंदबाजी का सामना करने में बड़ी परेशानी हुई। भज्जी ने टेस्ट मैचों में 10 बार पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को अपना शिकार बनाया है, जो कि इस प्रारूप में सबसे ज्यादा है।
ब्रेट ली के पॉडकास्ट पर हरभजन ने पोंटिंग को लेकर कहा,
इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह कितना महान या बड़ा खिलाड़ी था, और हमेशा हावी होना चाहता था। लेकिन एक गेंदबाज के रूप में गेंदबजी करते हुए मुझे यह ज्ञात हुआ कि गेंद को वह बहुत सख्त हाथों से डिफेंड करते थे। इसने उसे कमजोर बना दिया। उसका डिफेन्स मजबूत नहीं था। वह बहुत सख्त हाथों से डिफेंड करता था। इसलिए इसने उसे कमजोर बना दिया। मेरा उछाल या फिर अन्य गेंदबाजों का कुछ ऐसा था जिसे वह नहीं खेल सकता था।
2001 के भारत दौरे पर पोंटिंग को हरभजन ने खूब परेशान किया था और उन्हें 5 बार आउट किया था।
वह अभी भी टॉप प्लेयर है - हरभजन सिंह
पोंटिंग पर दबदबा बनाने के बावजूद हरभजन सिंह सराहना करते हुए उन्हें खेल के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक बताया। उन्होंने कहा,
शायद मैं भाग्यशाली हूं कि मैं उसे टेस्ट क्रिकेट में 11-12 बार आउट करने में सक्षम हुआ। लेकिन हां, इससे वह छोटा खिलाड़ी नहीं बनता। वह अभी भी एक टॉप खिलाड़ी है और अगर मुझे अपने टॉप पांच लोगों को चुनना है जिन्होंने बल्लेबाजी के मामले में विश्व क्रिकेट में अपना दबदबा बनाया, उस सूची में निश्चित रूप से रिकी पोंटिंग होंगे।