ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम (Australia) के पूर्व दिग्गज कप्तान इयान चैपल (Ian Chappell) का मानना है कि ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने के लिए टी20 फॉर्मेट काफी था और हमें The Hundred जैसे टूर्नामेंट की कोई जरूरत नहीं थी। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के एक कॉलम में लिखते हुए इयान चैपल ने यह बड़ा बयान दिया है और उन्होंने इस विषय में संक्षिप्त में बातचीत करते हुए अपनी अहम राय रखी है।
इयान चैपल के अनुसार टेरेस्ट्रियल टेलीविज़न डील प्राप्त करने के लिए गेंदों की संख्या को कम करने के अलावा, The Hundred के पीछे तर्क यह भी हो सकता है कि इस फॉर्मेट को ओलंपिक में शामिल करने के सपने की संभावनाओं को पूरा किया जा सकता है। इसे अक्सर खेल की लोकप्रियता को दर्शकों तक फैलाने के तरीके के रूप में देखा जाता है। निश्चित रूप से T20 फॉर्मेट यह पा सकता था, इसके लिए हमें किसी और टूर्नामेंट की जरूरत नहीं थी।
इयान चैपल ने इस सन्दर्भ में आगे कहा कि क्रिकेट एक टीम गेम है, जो आदर्श रूप से एक पक्ष के 11 सदस्यों द्वारा खेला जाता है। शानदार प्रदर्शन होना एक बड़ा कारण है कि युवाओं को इस खेल से प्यार हो जाता है। प्रशासकों को यह याद रखना अच्छा होगा कि वे खेल के छोटे रूपों को तैयार करने में जल्दबाजी कर रहे हैं। एक पारी की लंबाई जितनी कम होगी, उतनी ही अधिक संभावना होगी कि खिलाड़ी केवल नंबर्स बना रहे होंगे। और खिलाड़ी भी अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद करने से ही क्रिकेट को खेला करते हैं, न कि नम्बर्स का खेल खेलने के लिए।
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (England Cricket Board) ने इस साल The Hundred टूर्नामेंट का आयोजन करवा रही है। इस टूर्नामेंट में 8 टीमें हिस्सा ले रही हैं। इस टूर्नामेंट में 100 गेंदों का मैच खेला जाता है, जिसके नियम अलग है। इस टूर्नामेंट में गेंदबाज 6 गेंदों का ओवर नहीं करता है, बल्कि 5 गेंदों का फर्स्ट फाइव डालता है और गेंदबाजी अच्छी रही, तो गेंदबाज लगातार 10 गेंदे भी डाल सकता है।