आईसीसी वर्ल्ड कप क्वालीफायर का 13वां मैच जिम्बाब्वे और वेस्टइंडीज (ZIM vs WI) के बीच में खेला गया। बीते शनिवार यानी 24 जून को हुए इस मैच में जिम्बाब्वे ने शाई होप (Shai Hope) की कप्तानी में खेलने आई वेस्टइंडीज को 35 रनों से हरा दिया। जिम्बाब्वे के कप्तान क्रेग एर्विन (Craig Ervine) ने खेल के बाद टीम की मानसिक दृढ़ता को श्रेय दिया और कहा कि यह टीम के लिए एक मुश्किल जीत थी। सिकंदर रजा की तारीफ करते हुए इस मैच को जीतने के बाद जिम्बाव्बे के कप्तान ने कहा कि,
"टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने के लिए, शुरुआती 10-15 ओवरों का सामना करना काफी मुश्किल था। शुरुआत में विकेट थोड़ा दो-तरफा था। हमने शुरुआती विकेट न खोकर अच्छा किया और इससे हमें थोड़ा संभलकर बल्लेबाजी करने का मौका मिल गया।"
कप्तान ने की सिकंदर रजा और रयान बर्ल की तारीफ
इस मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था, लेकिन मेज़बान जिम्बाब्वे के सलामी बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की और 63 रनों की ओपनिंग साझेदारी कर दी। हालांकि, उसके बाद मात्र 112 रनों पर यह टीम 4 विकेट गंवा चुकी थी, लेकिन फिर सिकंदर रजा और रयान बर्ल के बीच में एक बढ़िया साझेदारी की, जिसकी वजह से उनकी टीम एक अच्छा स्कोर खड़ा कर पाई। इस साझेदारी के बारे में बात करते हुए एर्विन ने कहा कि,
"रजा और बर्ल ने काफी बढ़िया साझेदारी की। हमे ऐसा लग रहा था कि शायद हम जीतने वाले स्कोर से 20-30 रन पीछे रह गए हैं। यह हमेशा (मानसिक तौर पर) काफी मुश्किल होता है। हमने हर खेल और विपक्ष के साथ एक जैसा व्यवहार करने की बात की है। आज का दिन सभी के लिए काफी भावनात्मक रहा है और अब ज्यादा समय नहीं है, हमें वापस आकर सोमवार को फिर से खेलना होगा।"
इसके बाद जिम्बाब्वे के कप्तान ने अपने घरेलू दर्शकों के बारे में बात करते हुए कहा कि,
"उन सभी समर्थकों को धन्यवाद जिन्होंने यहां आकर हमारा समर्थन किया। भीड़ बिल्कुल अद्भुत थी और उम्मीद है कि हम ऐसी भीड़ दोबारा देख सकेंगे।"