पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और प्रधानमंत्री रह चुके इमरान खान (Imran Khan) को इस्लामाबाद के कोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया है। दरअसल इमरान खान पर कोर्ट कचहरी के कई मामले चल रहे है, जिसके लिए उन्होंने बेल की अर्जी देने के लिए कोर्ट जाना हुआ क्योंकि उनका होना वहां अनिवार्य था। लेकिन तभी पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें कोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि जिस मामले में बेल लेने के लिए इमरान खान कोर्ट गए थे उन्हें उसके लिए गिरफ्तार नहीं किया गया, जबकि किसी दूसरे मामले को को लेकर उन्हें अरेस्ट किया गया है।
पाकिस्तान रेंजर्स ने इमरान खान को नेशनल एकाउंटेबिलिटी ब्यूरो में सौंप दिया है, जिससे आगे की जांच की जायेगी। पाकिस्तान की राजधानी में इस गिरफ़्तारी के बाद धरा 144 लगा दी गई है ताकि किसी भी तरह की परेशानियों का सामना प्रशासन और जनता को न करना पड़े। पाकिस्तान में मौजूदा संघीय सरकार, जिसने अविश्वास प्रस्ताव के बाद अप्रैल 2022 में इमरान की सरकार को बदल दिया था, ने अक्सर उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। जैसा कि पिछले एक साल में कई अदालतों ने किया है।
ESPNcricinfo की खबर के अनुसार इमरान खान को जिस विशिष्ट अपराध के लिए गिरफ्तार किया गया है उसके बारे में अभी स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन वे अल कादिर विश्वविद्यालय से संबंधित हैं। एक संस्था जिसे उन्होंने 2019 में प्रधानमंत्री के रूप में स्थापित किया था और जहां वे अध्यक्ष बने हुए हैं। आरोप एक प्रभावशाली पाकिस्तानी व्यवसायी मलिक रियाज़ द्वारा विश्वविद्यालय के लिए दान की गई भूमि और उस भूमि के लिए एक मुआवज़े की व्यवस्था पर केंद्रित है। ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी ने दिसंबर 2019 में रियाज से 190 मिलियन पौंड की संपत्ति जब्त की और उन्हें पाकिस्तान को लौटा दिया। विश्वविद्यालय के लिए आवंटित भूमि और पाकिस्तान सरकार ने उन फंडों के साथ क्या किया, के बीच संबंध अस्पष्ट है।