ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ पहले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT 2023) मैच में टीम इंडिया (Team India) के लिए दो खिलाड़ियों ने डेब्यू किया, जिसमें सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) और केएस भरत (KS Bharat) का नाम शामिल रहा। मैच से पहले दोनों खिलाड़ियों को टेस्ट कैप दी गई और इस दौरान दोनों खिलाड़ियों के परिवार वाले मौजूद रहे। इंटरनेट और सोशल मीडिया पर केएस भरत और उनकी माता जी की गले लगते हुए एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसे काफी पसंद किया जा रहा है। भरत ने चार साल के लम्बे इंतज़ार के बाद भारत के लिए पहला मैच खेला और इस सन्दर्भ में टीम इंडिया के पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद (MSK Prasad) ने 'द हिन्दू' को अहम प्रतिक्रिया दी है।
आन्ध्र की तरफ से पहले भारतीय खिलाड़ी रहे एमएसके प्रसाद ने केएस भरत के डेब्यू को लेकर कहा कि, 'जी हां, यह न केवल भरत के लिए बल्कि आंध्र क्रिकेट के लिए भी एक बड़ा दिन है। ये ऐसी चीजें हैं जो राज्य स्तर पर खेल से जुड़े सभी लोगों को गौरवान्वित करती हैं। केएस भरत के साथ मैं भी वास्तव में खुश हूं। क्योंकि जब उन्हें 2019 में चोटिल साहा के बैक-अप के रूप में टेस्ट टीम में शामिल किया गया था, तब से वह इस पल का इंतजार कर रहे हैं।'
एमएसके प्रसाद ने केएस भरत की क्रिकेट जर्नी और उन्हें टीम में शामिल करने पर आगे कहा कि, 'यह तथ्य कि भरत का लंबा इंतजार न तो कम हुआ है और न ही उनका जुनून और न ही उनकी प्रतिबद्धता। यह टीम इंडिया के लिए प्रदर्शन करने के उनके दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। जिस दिन से हमने भरत को 11 साल के बच्चे के रूप में देखा, हम जानते थे कि वह एक गुणवत्तापूर्ण विकेटकीपर होगा। और, मेरा मानना है कि यह वह विभाग है जिसने उन्हें भारतीय टीम में जगह पक्की करने में मदद की है।'