भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (IND vs AUS 2023) के तीसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया को 9 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेले गए इस मैच में पिच पर जबरदस्त टर्न देखने को मिला और बल्लेबाजों की एक न चली। मैच के बाद इंदौर की पिच पर कई सवाल खड़े हुए और आईसीसी ने भी पिच को ‘खराब’ करार देते हुए तीन डिमेरिट अंक दिए।
हालांकि, भारतीय कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इस फैसले को चुनौती देने की तैयारी कर रहा है। वहीं, अब इस मामले में मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (MPCA) एक नया मोड़ लेकर आया है और पिच की गड़बड़ी को लेकर बीसीसीआई पर उंगली उठाई है।
गौरतलब है कि भारत-ऑस्ट्रेलिया तीसरे टेस्ट मैच के सात सत्रों में कुल 31 विकेट गिरे, जिसमें 26 विकेट स्पिन गेंदबाजों ने लिए। जिसके बाद इंदौर की पिच की काफी आलोचना हुई और आईसीसी ने उसे खराब करार दिया। वहीं, अब एमपीसीए के अध्यक्ष अभिलाष खांडेकर ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि बीसीसीआई के दो क्यूरेटर इंदौर में मैच से एक सप्ताह पहले पहुंचे थे और बोर्ड और भारतीय टीम मैनेजमेंट के निर्देश के अनुसार पिच बनाई थी।
उन्होंने कहा, “बीसीसीआई के दो क्यूरेटर मैच से आठ से दस दिन पहले आए थे। उनकी देखरेख में ही पिच तैयार की गई। पिच बनाने में एमपीसीए की कोई भूमिका नहीं थी। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि अंतरराष्ट्रीय मैचों में किसी भी अन्य राज्य बोर्ड संघ की तरह पिच बनाने में एमपीसीए की कोई भूमिका नहीं है। बीसीसीआई के क्यूरेटर आते हैं और उन्हें भारतीय टीम प्रबंधन के साथ बीसीसीआई से निर्देश मिलते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, “ जहां तक तीन दिन में मैच खत्म करने की बात है तो हमने नागपुर और दिल्ली में भी ऐसे मैच देखे हैं। पिच की आलोचना हुई है, लेकिन अगर आप मैच के बाद कांफ्रेंस देखेंगे तो दोनों कप्तानों ने पिच का समर्थन किया है इसलिए हमारे पास जोड़ने के लिए कुछ नहीं है।“
इंदौर की पिच की खराब रेटिंग के कारण अहमदाबाद में होने वाले चौथे टेस्ट के लिए रैंक-टर्नर पिच की संभावना कम है। बता दें कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथा टेस्ट मैच 9 मार्च से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। शुरुआती दो मैच के हारने के बाद, ऑस्ट्रेलिया ने इंदौर टेस्ट में जीत दर्ज कर सीरीज में 1-2 से वापसी की है।