भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच खेले गए दूसरे वनडे मैच में श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने शतक लगाकर उन सभी आलोचकों को जवाब दे दिया है, जो उनके फॉर्म पर सवाल उठा रहे थे। दो शतक और दो अर्धशतक की मदद से टीम इंडिया ने 50 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 399 रन बना दिए हैं। इस मैच में तीन नंबर पर बल्लेबाजी करने आए श्रेयस अय्यर ने शुरुआत से ही ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया, और फिर 105 रनों की एक बेहतरीन पारी खेल दी।
शतक लगाने के बाद क्या बोले श्रेयस अय्यर
शतक लगाने के बाद श्रेयस के बाएं हाथ में ऐंठन (क्रैंप्स) आई, जिसकी वजह से वह दिक्कत में नजर आ रहे थे। इसी पर बात करते हुए श्रेयस ने भारत की पारी खत्म होने के बाद कहा कि,
"मेरा ध्यान ऐंठन पर था, क्योंकि वो मुझे मजबूती से बल्ले को पकड़ने की इज़ाजत नहीं दे रहा था। जब मैं लगभग कॉट एंड बॉल्ड हो गया था, तब मुझे एहसास हुआ कि मेरा ऊपरी हाथ काम नहीं कर रहा था। उस वक्त जब मैं बाउंड्री लाइन से वापस आ रहा था, तो मैंने तय किया कि मैं हरेक गेंद पर बड़े शॉट लगाने की कोशिश करुंगा। उस वक्त मुझे लगा कि मैंने टीम को एक अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया है, और मैं अपनी पारी से खुश था।"
श्रेयस ने आगे अपनी बल्लेबाजी की योजनाओं के बारे में बताया कि,
"मेरी मानसिकता गेंद को सामने की ओर में मारने की थी। मैं गेंद को जोर से मारने की नहीं बल्कि टाइम करने की कोशिश कर रहा था। मुझे इस पिच पर अलग-अलग स्तर का बाउंस महसूस हुआ। सौभाग्य से, हम मूमेंटम को अपनी ओर लाने में सफल रहे। शुभमन और मैंने, एक अच्छी पारियां खेली और टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने के लिए एक अच्छा मंच तैयार किया। उसके बाद बाकी बल्लेबाजों ने भी आकर अच्छा प्रदर्शन किया।"
श्रेयस ने शुभमन के साथ की गई बेहतरीन साझेदारी के बारे में कहा कि,
"मुझे अच्छी शुरुआत मिली, और उसके बाद मैं गेंदों को उसकी स्तर पर खेल रहा था। फिर शुभमन ने बीच के ओवर्स में बेहतरीन बल्लेबाजी की, और फिर मैंने दोबारा तेजी से रन बनाना शुरू कर दिया। यह कुछ ऐसा था कि हम बीच के ओवर्स में एक-दूसरे के लिए लय बना रहे थे, और यह चीज टीम के लिए काम आई। सभी ने अच्छा योगदान दिया और मुझे लगता है कि हमारे पास मैच जीतने के लिए पर्याप्त रन हैं।"