इंदौर के होल्कर स्टेडियम में टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला गया। मैच में कंगारू टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया, जो कि उनकी टीम के बिल्कुल गलत साबित हुआ। पहले बल्लेबाजी करते हुए केएल राहुल (KL Rahul) एंड कंपनी ने निर्धारित 50 ओवरों में 5 विकेट खोकर 399 रन बनाये, जिसका पीछा करते हुए मेहमान टीम 217 रनों पर सिमट गई और भारत ने डकवर्थ लुईस नियम के तहत मुकाबले को 99 रनों से अपने नाम कर लिया।
भारत की ओर से श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) और शुभमन गिल (Shubman Gill) के बल्ले से शतक निकले। मैच के दौरान एक अजीबोगरीब वाकया भी देखने को मिला, जिसके जरिये अय्यर को एक जीवनदान मिला।
दरअसल, भारतीय पारी का 31वां ओवर शॉन एबॉट ने किया। उनके ओवर की तीसरी गेंद पर दाएं हाथ के स्टाइलिश बल्लेबाज अय्यर ने सीधे बल्ले से शॉट खेला और गेंद बल्ले से लगने के बाद हवा में ऊपर उठ गई। एबॉट ने फुर्ती दिखाते हुए अपनी दायीं तरफ डाइव लगाते हुए कैच को लपक लिया। एक बार देखने पर सभी को लगा की ये एक दम क्लीन कैच था। मैदानी अंपायर ने भी अय्यर को आउट दिया और वह दर्शकों की तरफ बल्ला हवा में लहराते हुए मैदान से बाहर जा रहे थे। दर्शक भी उनकी जबरदस्त पारी के लिए खड़े को उनकी सरहाना कर रहे थे।
इस बीच थर्ड अंपायर ने जब रीप्ले में देखा था तो पता चला एबॉट कैच लेने के बाद अपना संतुलन खो बैठे और गेंद ने जमीन को छू लिया था। तीसरे अंपायर ने अय्यर को नॉट करार दिया और वह फिर से बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर वापस लौट आये। अय्यर को भी अपनी किस्मत पर विश्वास नहीं हुआ और वह भी मुस्कुराते हुए दिखे।
हालाँकि, इस जीवनदान का अय्यर फ़ायदा नहीं उठा पाए और उन्होंने सिर्फ 4 रन और अपने खाते में जोड़े। ओवर की पांचवीं ही गेंद पर अय्यर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में कैच आउट हो गए। बता दें कि अय्यर ने 90 गेंदों पर 105 रन बनाये। उनकी इस पारी में 11 चौके और तीन छक्के शामिल रहे।