भारत और इंग्लैंड (India vs England) के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में चार मुकाबले खेले जा चुके हैं। भारत ने रांची में खेले गए चौथे मुकाबले को 5 विकेट से जीतकर सीरीज पर 3-1 की अजेय बढ़त बना ली है। हालांकि इस टेस्ट में इंग्लिश टीम के दूसरी पारी के दौरान दिग्गज बल्लेबाज जो रूट (Joe Root) एलबीडब्ल्यू आउट हुए थे। उन्हें डीआरएस के जरिए आउट दिया गया था। जिसके बाद काफी विवाद हो रहा है। रूट के विकेट का मामला अभी भी थमा नहीं है। अब इस पर हॉकआई के फाउंडर पॉल हॉकिन्स (Paul Hawkins) ने बड़ा बयान दिया है।
पॉल हॉकिन्स ने जो रूट के विकेट विवाद में कहा कि, 'रांची टेस्ट में मैदानी अंपायर कुमार धर्मसेना के फैसले को पलटकर तीसरे अंपायर जोएन विल्सन ने सही फैसला किया था। पॉल ने यह बात द एनलिस्ट पॉडकास्ट में कही। उन्होंने बताया कि ‘आप सबसे पहले टेस्ट के हर दिन स्टंप की चौड़ाई को मापते हैं। इसके बाद लाइन को कि क्या पिच हुई और क्या नहीं। जो रूट के मामले में यह काफी नजदीकी मामला था।’
पॉल ने आगे बताया कि ‘टेनिस में आपको कभी-कभी 0 मिली मीटर इन या आउट मिलेगा लेकिन यह तय होता है कि तब तक आउट नहीं है जब तक यह 0 मिली मीटर इन होगा। इसलिए टेनिस में हम बाउंस मार्क को प्रेजेंटेशन के लिए इस्तेमाल करते हैं। दर्शकों को मार्क देखने में सक्षम करने के लिए 0 मिली मीटर इन 1 मिली मीटर बन जाता है।'
रूट विकेट मामले में पॉल ने आगे कहा कि ‘अगर गेंद दूर नहीं गई होती है तो यह टीवी पर अधिक स्पष्ट तरह से देख पाते हैं। ऐसे में आप देख पाते हैं कि गेंद ओवर द लाइन है। यह स्वचालित तरह से होता है अगर गेंद स्टंप से बाहर पिच होती है। जो रूट के मामले में यह 1 मिली मीटर अंदर था। हम यह नहीं कह रहे हैं कि गेंद लाइन में पिच हुई है लेकिन यह काफी नजदीकी मामला था। नियमों के अनुसार हमने सही फैसला दिया।’