भारत और इंग्लैंड (India vs England) के बीच धर्मशाला में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला जा रहा है। इस मुकाबले के दूसरे दिन भारतीय टीम ने शानदार बल्लेबाजी। दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 8 विकेट खोकर 473 रन बना लिए थे। भारत की ओर से इस मैच में डेब्यू करने वाले युवा बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल (Devdutt Padikkal) ने बल्ले से धमाका करते हुए अपनी पहली पारी में ही शानदार अर्धशतक जड़ा। अपनी इस शानदार पारी को लेकर पडिक्कल ने प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि वह बल्लेबाजी के वक्त जाते हुए कितने घबराए हुए थे।
दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद देवदत्त पडिक्कल ने अपने बल्लेबाजी को लेकर कहा कि ‘मैं बस तैयार रहना चाहता था। मुझे डेब्यू के पहले संदेश मिला था कि संभावना है कि मैं खेल सकता हूं। ऐसे मौके मुश्किल से मिलते हैं और मैं इसके लिए तैयार था। मैं बल्लेबाजी के वक्त जाते हुए थोड़ा घबराया हुआ था। हालांकि मैं इसका उपयोग सकारात्मक तरीके से करना चाहता था। जब मैं बल्लेबाजी के लिए उतरा तो शुरुआत में यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण था लेकिन मैं सरफराज के साथ साझेदारी बनाना चाहता था।’
देवदत्त पडिक्कल ने आगे कहा कि ‘अपना पहला टेस्ट कैप मिलना एक विशेष एहसास है चाहे परिस्थितियां जैसी भी हो। इस सपने को जीना एक अलग अहसास है। बल्लेबाजी के शुरुआत में मैं थोड़ा असहज था पर जैसे-जैसे मेरी नजर सेट हुई यह मेरे लिए काफी आसान हो गया। पिछले कुछ साल मेरे स्वास्थ्य के कारण काफी चुनौती भरे रहे जब आप घर पर बैठे होते हैं और कुछ नहीं कर पाते हैं तो यह बिल्कुल अच्छा नहीं होता है लेकिन मैंने जब भी मौका मिला उस पर खरा उतरने की कोशिश की। डेब्यू के वक्त राहुल सर ने कहा था कि पहले 10-15 मिनट आपको घबराहट होगी पर जाइए और लुत्फ उठाइए। उनकी इस बात ने मेरी काफी मदद की।’
बता दें कि देवदत्त पडिक्कल ने भारत की पहली पारी में 103 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके और 1 छक्के की मदद से शानदार 65 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली।