इंग्लैंड (England Cricket Team) के पूर्व ओपनर सर ज्योफ्री बॉयकॉट (Sir Geoffrey Boycott) ने बेन स्टोक्स (Ben Stokes) के नेतृत्व वाली टीम को विशाखापट्टनम में दूसरे टेस्ट में मिली शिकस्त के बाद जमकर लताड़ा। बॉयकॉट ने बैजबॉल को फ्लॉप करार दिया। उनका मानना है कि इंग्लैंड की अधिक जोखिम उठाने वाली सोच हमेशा सफलता नहीं लाएगी।
399 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड ने शुरुआत से तेजी से रन बनाए और तीसरे दिन स्टंप्स तक 67 रन जुटाए। हालांकि, मेहमान टीम का मिडिल ऑर्डर तीसरे दिन की तरह चौथे दिन प्रदर्शन करने में नाकाम रहा। इंग्लैंड की टीम 292 रन पर ऑलआउट हुई और इस तरह भारत-इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर हुई।
द टेलीग्राफ के लिए अपने कॉलम में बॉयकॉट ने समझाया कि हारने में कोई मजा नहीं है। उन्होंने साथ ही बताया कि इंग्लैंड की टीम मैच जीत सकती थी, लेकिन उसने मैच सामने वाले पाले में फेंक दिया।
बॉयकॉट ने लिखा, 'बेन स्टोक्स और ब्रेंडन मैकलम बस आक्रमण ही करना चाहते हैं। यह तो ऐसा है कि अगर हम जीत नहीं सकते तो उसकी जगह बहुत ही बुरे तरीके से हारकर दिखाएंगे। मगर हारने या फ्लॉप होने में कोई महानता नहीं है।'
उन्होंने आगे लिखा, 'अगर बैजबॉल चले तो बढ़िया मनोरंजन है। मगर एक बार आपको आदर्शवादी होकर एक ही चीज पर विश्वास हो जाए तो आप लय से भटक सकते हो। इंग्लैंड ने मैच जाने दिया। बैजबॉल फ्लॉप रहा।'
108 टेस्ट के अनुभवी ज्योफ्री बॉयकॉट ने दावा किया कि इंग्लैंड की टीम एशेज सीरीज के अपने अनुभव से कुछ सीख नहीं सकी, जहां सीरीज 2-2 से बराबर रही थी। बॉयकॉट ने लिखा, 'आप सोचेंगे कि इंग्लैंड ने पिछले साल एशेज सीरज से सबक नहीं लिया। एजबेस्टन और लॉर्ड्स में खराब प्रदर्शन के कारण इंग्लैंड ने मैच गंवा दिए। रन आपको टेस्ट मैच जिताते हैं, स्टाइल नहीं।'
भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज 1-1 की बराबरी पर है। दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की सीरीज का तीसरा टेस्ट 15 फरवरी से राजकोट में शुरू होगा।