"हमें उसे कुछ समय देना चाहिए", वनडे कप्तान केएल राहुल को लेकर पूर्व खिलाड़ी की प्रतिक्रिया 

केएल राहुल की कप्तानी पर सवाल उठ रहे हैं
केएल राहुल की कप्तानी पर सवाल उठ रहे हैं

केएल राहुल (KL Rahul) की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बतौर कप्तान शुरुआत हार के साथ हुयी है। टेस्ट प्रारूप में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा था और अब अपने बतौर कप्तान पहले वनडे (IND vs SA) में भी टीम को हार का सामना करना पड़ा है। राहुल की कप्तानी को लेकर कुछ सवाल भी उठ रहे हैं लेकिन इस बीच उन्हें पूर्व भारतीय खिलाड़ी सबा करीम (Saba Karim) का समर्थन मिला है। सबा के मुताबिक हमें राहुल को थोड़ा और समय देना चाहिए और इतनी जल्दी उनकी कप्तानी की समीक्षा नहीं करनी चाहिए।

पार्ल में खेले गए पहले वनडे में भारतीय टीम को 31 रन से हार का सामना करना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 297 रन का लक्ष्य रखा, जिसका पीछा करते हुए भारतीय टीम 265 रन ही बना पाई।

यूट्यूब चैनल खेलनीति पर सबा करीम ने कहा कि राहुल को बतौर कप्तान खुद को साबित साबित करने के लिए थोड़े और समय की जरूरत है। उन्होंने यह भी संभावना व्यक्त की कि राहुल की बल्लेबाजी फॉर्म का असर कप्तानी में भी पड़ सकता है। करीम ने कहा,

हमें केएल राहुल को कुछ समय देना चाहिए। उसके लिए अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। अगर उनके बल्ले से रन आएंगे तो कप्तानी में भी अच्छा करेगा।

पूर्व खिलाड़ी ने आगे यह भी कहा कि भारत ने वेंकटेश अय्यर को छठें गेंदबाज के रूप में इस्तेमाल ना करके चूक कर दी। उन्हें लगता है कि ऑलराउंडर को कुछ ओवर दिए जा सकते थे क्योंकि पांचवें गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने काफी रन खर्च किये थे। करीम ने आगे कहा,

भारत ने कुछ समय के लिए छठा गेंदबाजी विकल्प खोजने के लिए संघर्ष किया है। वेंकटेश अय्यर जैसे किसी व्यक्ति का उपयोग करना महत्वपूर्ण है। उसे कल इस्तेमाल किया जाना चाहिए था, क्योंकि शार्दुल ठाकुर ज्यादा असरदार नहीं साबित हो रहे थे।

मैदान में ऊर्जा की कमी थी - सबा करीम

पूर्व चयनकर्ता ने टिप्पणी की कि भारत हाल के मुकाबलों में अहम मौकों को भुना नहीं पाया है। करीम ने कहा कि टेस्ट मैच में भी यही चीज देखने को मिली थी।

उनके मुताबिक राहुल द्रविड़ की अगुआई वाले टीम मैनेजमेंट को हालिया प्रदर्शन के बाद टीम को ऊपर उठाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। करीम ने कहा कि पहले वनडे के दौरान मैदान में ऊर्जा की कमी थी। उन्होंने कहा,

भारतीय दृष्टिकोण में एक बड़ा बदलाव आया है क्योंकि हम टेस्ट और वनडे दोनों में महत्वपूर्ण क्षणों को कब्जे में नहीं कर पाए हैं। मैदान में ऊर्जा गायब थी। राहुल द्रविड़ और टीम मैनेजमेंट को टीम को दोबारा से उठाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।

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