भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आगामी आईपीएल 2021 को लेकर सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल को विस्तार से समझाया है। आईपीएल 2021 का दूसरा चरण संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आयोजित होगा। बीसीसीआई ने कहा कि अगर फ्रेंचाइजी या परिवार का कोई सदस्य बायो-बबल उल्लंघन में शामिल हुआ तो उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक एक्शन लिया जाएगा।
शासकीय ईकाई ने अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल में कहा, 'फ्रेंचाइजी सदस्यों या उनके परिवारों द्वारा किसी भी जैव-सुरक्षित पर्यावरण प्रोटोकॉल का उल्लंघन बीसीसीआई द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई के अधीन होगा।' इसकी एक प्रति पीटीआई के पास भी है।
प्रोटोकॉल में यह भी बताया गया कि गंभीर स्थिति में ही कोई सदस्यद जैव-सुरक्षित माहौल से बाहर जाएगा और उसकी दोबारा एंट्री 6 दिन क्वारंटीन रहने व तीन निगेटिव टेस्ट के बाद होगी।
बयान में कहा गया, 'बिलकुल नजरअंदाज नहीं किए जाने वाली स्थिति में ही कोई बबल छोड़ सकेगा। हालांकि, अनिर्धारित यात्राओं के लिए बबल छोड़ने से पहले बीसीसीआई के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से पहले अनुमति लेनी होगी।'
इसमें आगे कहा गया, 'बबल में दोबारा एंट्री 6 दिन क्वारंटीन रहने और तीन निगेटिव नतीजे आने के बाद मिलेगी। दूसरे, चौथे और छठे दिन के सैंपल निगेटिव आने चाहिए।'
आईपीएल 2021 में विदेशी खिलाड़ियों को क्वारंटीन रहने की जरूरत नहीं
बीसीसीआई के स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल में यह भी कहा गया कि विदेशी खिलाड़ियों को क्वारंटीन रहने की जरूरत नहीं है। जो भी टेस्ट में निगेटिव आएगा, वो सीधे फ्रेंचाइजी से जुड़ सकेगा।
इसमें कहा गया, 'जिन सदस्यों के आरटी-पीसीआर टेस्ट निगेटिव आएंगे तो वह फ्रेंचाइजी से जुड़ सकेंगे।' हालांकि, आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट खिलाड़ियों या टीम के सदस्यों के आईपीएल 2021 स्थल के लिए निर्धारित जाने से 48-72 घंटे पहले ही ली जानी चाहिए।
इसमें कहा गया, 'दुबई एयरपोट पर आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को 48-72 घंटे पहले की निगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट दिखानी होगी।'
बयान में आगे कहा गया, 'भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आने वाले यात्रियों को अनिवार्य रूप से कोविड-19 पीसीआर रिपोर्ट लानी होगी, जिसमें असली रिपोर्ट का क्यूआर लिंक होना जरूरी है।'
आईपीएल 2021 के दूसरे चरण की शुरूआत 19 सितंबर को होगी और फाइनल मुकाबला 15 अक्टूबर को खेला जाएगा।