पृथ्वी शॉ इस समय इंडियन प्रीमियर लीग 2021 (IPL 2021) में शानदार प्रदर्शन के कारण सुर्खियों में बने हुए हैं। दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के ओपनर ने आईपीएल-14 में अब तक 269 रन बनाए और उनकी औसत 38.43 व स्ट्राइक रेट 165.03 शानदार रही। पृथ्वी शॉ ने गुरुवार को कोलकाता नाइटराइडर्स (Kolkata Knight Riders) के खिलाफ 82 रन की उम्दा पारी खेली, जिसकी मदद से दिल्ली कैपिटल्स ने इयोन मोर्गन की टीम को आसानी से मात दी।
ऑस्ट्रेलिया दौरे में खराब प्रदर्शन के बाद पृथ्वी शॉ की बल्लेबाजी में जबर्दस्त बदलाव आया है। खुद शॉ भी इस बात को स्वीकार करते हैं और उन्होंने 82 रन की पारी खेलने के बाद ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद पिता से हुई बातचीत का खुलासा किया।
पृथ्वी शॉ ऑस्ट्रेलिया में पहले टेस्ट के बाद टीम से बाहर कर दिए गए थे। युवा बल्लेबाज ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद वह बिलकुल भी खुश नहीं थे। 21 साल के पृथ्वी ने खुलासा किया कि उनके पिता ने सलाह दी कि तुम अपना नेचुरल गेम खेलो। पृथ्वी शॉ को अपने पिता की सलाह से प्रोत्साहन मिला और उन्होंने कड़ी मेहनत की। शॉ ने साथ ही कहा कि क्रिकेट में काफी उतार-चढ़ाव आते हैं और एक खिलाड़ी को कई बार फेल भी होना पड़ता है।
शॉ ने केकेआर के खिलाफ मैच के बाद कहा, 'ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद मैं अपने आप से खुश नहीं था। मेरे पिता ने कहा कि अपना नेचुरल गेम खेल। इन शब्दों ने मेरा लक्ष्य तय कर दिया और मैंने कड़ी मेहनत की। क्रिकेट में ग्राफ ऊपर-नीचे आता है और मेरे रास्ते में भी कई रुकावटें आएंगी।'
मैं चाहता हूं टीम जीते: पृथ्वी शॉ
पृथ्वी शॉ ने कहा कि वह हमेशा अपने बारे में नहीं सोचते और वो चाहते हैं कि टीम विजयी हो। शॉ ने कहा कि केकेआर के खिलाफ वह खराब गेंदों का इंतजार कर रहे थे और ऐसा होते ही उसे बाउंड्री पार भेज रहे थे। दिल्ली कैपिटल्स के ओपनर ने कहा कि उन्होंने शिवम मावी के साथ काफी क्रिकेट खेली है तो पता था कि कोलकाता का गेंदबाज कहां गेंदबाजी करेगा।
पृथ्वी शॉ ने कहा, 'जब मैं क्रीज पर होता हूं तो केवल खेलने का सोचता हूं और स्कोर के बारे में नहीं सोचता। मैं अपने बारे में नहीं सोचता, बस टीम को जीतते हुए देखना चाहता हूं। मैंने पहले ओवर में बाउंड्री जमाने की कोई योजना तैयार नहीं की थी। बस खराब गेंदों का इंतजार कर रहा था। मैं मावी के साथ 4-5 साल खेला हूं तो पता है कि वो कहां गेंदें डालेगा।'