भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व दिग्गज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद (Venkatesh Prasad) ने नो बॉल और खेल भावना को लेकर सवाल उठाये हैं। वेंकटेश प्रसाद ने ट्वीट में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड (ICC) को मेंशन करते हुए गेंदबाजों के हित में अपनी राय रखी है। साथ ही बल्लेबाजों पर निशाना साधा है। आईपीएल (IPL 2021) और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार मांकड़ के फैसले पर भी चर्चा होती रही है, जिसपर कुछ खिलाड़ी नियमों के तहत अपनी बात रखते हुए नजर आते है, तो कुछ खेल भावना के प्रति इस नियम को गलत बताते है। वेंकटेश प्रसाद ने भी खेल भावना का ढिंढोरा पीटने वाले खिलाड़ियों को सीधे तौर पर न कहते हुए उन्हें हड़काया है।वेंकटेश प्रसाद ने देर रात हुए चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) और राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के मैच के दौरान का एक फोटो ट्वीट करते हुए अपनी नाराजगी जताई है। वेंकटेश प्रसाद ने ट्वीट में मुस्ताफिजुर रहमान की गेंदबाजी करते हुए की फोटो पोस्ट की, जिसमें बल्लेबाज गेंदबाजी छौर को पहले ही छोड़ चुका था। इस पर प्रसाद ने लिखा कि एक गेंदबाज को एक इंच ओवरस्टेपिंग करने पर नो-बॉल के रूप में सजा दी जाती है लेकिन एक बल्लेबाज रन लेने के चक्कर में पहले ही क्रीज़ छोड़ रहा है उसके लिए किसी भी प्रकार की सजा नहीं है। एक गेंदबाज को हर प्रकार का हक़ है कि वो बल्लेबाज को रनआउट कर सकता है और इस फैसले पर खेल भावना को लाना बड़ा मजाक है।The bowler overstepping by a few inches is penalised, but a batsman backing up a few yards isn’t. The bowler has every right to run out a batsman backing up so far. PERIOD. Calling it against the spirit of the game is a joke @ICC .#CSKvRR pic.twitter.com/vIHqbe6fWU— Venkatesh Prasad (@venkateshprasad) April 20, 2021हालांकि आईसीसी के नियमों के अनुसार यदि बल्लेबाज दूसरे छौर पर गेंदबाजी के समय क्रीज़ से बाहर आता है और उसी समय गेंदबाज बिना गेंद डाले उसे आउट करता है तो वह आउट कहलाता है, जिसे मांकड़ कहा जाता है लेकिन क्रिकेट जगत में इसे खेल भावना के खिलाफ कहा जाता है। इसी बात को लेकर वेंकटेश प्रसाद ने अपनी नाराजगी ट्विटर के जरिये दिखाई है। आईपीएल 2019 में अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने बटलर (Joss Buttler) को इसी तरह से आउट किया था। क्रिकेट प्रेमी और दिग्गज खिलाड़ियों ने इसे खेल भावना के विरुद्ध बताया जबकि अश्विन ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान नियम के अंतर्गत बात रखी और इस फैसले को सही करार दिया था।