Justin Langer LSG Head Coach: लखनऊ सुपर जायंट्स के हेड कोच जस्टिन लैंगर ने भारत में अपने चौंकाने वाले अनुभव के बारे में लिखा है। आईपीएल 2024 के दौरान भारत में दो महीने से ज्यादा का समय बिताने वाले लैंगर ने खुलासा किया कि मैंने इंडियन प्रीमियर लीग में टीम के अंतिम मैच के दौरान मुंबई के स्लम एरिया का दौरा किया था और एलएसजी के मसाज थेरेपिस्ट राजेश चंद्रशेखर से मिलने उनके घर पहुंचे थे।
द नाइटली में एक कॉलम में लैंगर ने लिखा कि मैं इस बात से आश्चर्यचकित था कि आर्थिक रूप से अच्छी स्थिति में न होने के बावजूद चंद्रशेखर के परिवार ने उन्हें कितना प्यार दिया। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने आगे खुलासा करते हुए कहा, 'आरसी ने मुझे बताया कि वह मुंबई की झुग्गियों में रहता था और उसे स्थानीय फुटबॉल (सॉकर) टीम के लिए मसाज करने वाले के रूप में भाग्यशाली अवसर मिला था। वहाँ से एक बात दूसरी बात की ओर ले गई और इस तरह अब हमारी राहें मिल गईं।'
लैंगर ने बताया कि उन्हें आर.सी. के घर तक पहुंचने के लिए संकरी गलियों से भी गुजरना पड़ा था और मैंने देखा कि छह सदस्यों का उनका परिवार मुंबई में 4x5 मीटर के कमरे में रहता था।
आरसी के परिवार ने हमें ऐसे महसूस करवाया जैसे हम उनके घर के सदस्य हैं- लैंगर
एलएसजी के कोच के मुताबिक, 'चंद्रशेखर ने ही हमारी बातों को अपने परिवार वालों के साथ अनुवाद किया था। उनके परिवार वालों ने हँसते और मुस्कुराते हुए हमारा गर्मजोशी से स्वागत किया था। हमें घर में देखर उन्हें काफी अच्छा महसूस हो रहा था। सभी छह लोगों ने साफ-सुथरे कपड़े पहने हुए थे और जब फोटो खिंचवाने का समय आया तो आरसी के माता-पिता ने हमें गले लगाया और हमें वैसा ही प्यार महसूस कराया जैसा हम अपने परिवार के साथ महसूस करते हैं।'
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज और मुख्य कोच ने अपने कॉलम को यह कहते हुए समाप्त किया कि उन्होंने अत्यधिक विलासिता का जीवन जिया और वे इसके बारे में जानते भी थे। लैंगर ने यह कहते हुए निष्कर्ष निकाला कि उन्होंने अपनी यात्रा से महत्वपूर्ण सीख ली।
उन्होंने कहा, 'अत्यधिक विलासिता के रूप में परिभाषित जीवन जीने के बाद, मैंने पहले कभी नहीं देखा था कि दूसरे इंसान कैसे अपना दैनिक जीवन जीते हैं। आरसी के घर की हमारी यात्रा के बारे में जो बात मुझे प्रभावित करती है, वह यह है कि हालांकि उनके पास कुछ भी नहीं था, लेकिन उनके पास वह सब कुछ था जो उन्हें खुश रहने के लिए वास्तव में चाहिए।'