ईशांत शर्मा ने बताई विराट कोहली के पिता के मौत के दिन की कहानी, बताया कैसे दिग्गज खिलाड़ी ने किया था कठिन समय का सामना 

बचपन में अपने पिता के साथ विराट कोहली
बचपन में अपने पिता के साथ विराट कोहली

अनुभवी भारतीय तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा (Ishant Sharma) ने विराट कोहली (Virat Kohli) के पिता के निधन को लेकर बड़ा खुलासा किया है। शर्मा ने बताया है कि कैसे इस दिग्गज खिलाड़ी ने अपनी जिंदगी के सबसे कठिन समय का सामना किया था, जब उनके पिता उन्हें किशोर अवस्था में ही छोड़ कर चले गए थे।

ईशांत और कोहली के बीच काफी अच्छी मित्रता है, दोनों खिलाड़ी अंडर-17 के दिनों से ही एक-दूसरे को जानते है और दोनों ने दिल्ली और भारत के लिए साथ-साथ खेला है।

मैं उनकी जगह होता तो ग्राउंड पर भी नहीं जा पाता - ईशांत शर्मा

रणवीर अल्लाहबादिया के यूट्यूब शो पर बात करते हुए ईशांत ने कोहली के पिता के देहांत के दिन की कहानी साझा की और बताया कि कैसे उस कठिन समय में भी कोहली ने अपने खेल को चुना। ईशांत ने कहा,

मैंने उसे कभी रोते हुए नहीं देखा है, लेकिन मुझे पता है कि जब उनके पिता का निधन हुआ था, तो वह सबसे दुखी थे। हम कर्नाटक के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच खेल रहे थे। वह अपनी पिछले दिन की पारी आगे खेलने के लिए जा रहे थे, और वह हमेशा मुझे मैच के लिए मेरे घर से पिक करते थे। हम पटेल नगर से फिरोजशाह कोटला जाते थे। वह उस दिन बहुत गंभीर थे, और उनके साथ वीडियो एनालिस्ट भी थे।

ईशांत ने आगे कहा कि कोहली के इतने सीरीयस मूड को देख कर उन्होंने उनसे इसका कारण भी पूछा, मगर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, बाद में वीडियो एनालिस्ट ने उन्हें दिल तोड़ देने वाली बात बताई। ईशांत ने कहा,

मैंने उनसे पूछा कि वह इतने गंभीर क्यों हैं, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। मैंने उन्हें सिर पर थप्पड़ मारी। फिर दूसरे व्यक्ति ने मुझे बताया कि उनके पिता का निधन हो गया है। उस वक्त समझ नहीं आया कि मैं इस बात पर कैसे प्रतिक्रिया दूंं । हम 17 साल के थे। फिर भी वह बैटिंग करते रहे और 80 रन भी बनाए। अगर कुछ ऐसा मेरे साथ होता, तो मैं ग्राउंड पर भी नहीं जा पाता।

बता दें कि विराट कोहली के पिता प्रेम कोहली का निधन साल 2006 में हर्ट अटैक से हुआ था, मगर इस घटना के बाद भी कोहली ने हिम्मत बांधते हुए रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के लिए बैटिंग करना जारी रखा था।

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