आज से दो साल पहले टीम इंडिया (Team India) ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टी20 सीरीज में हिस्सा ले रही थी। ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच हुए टी20 सीरीज के पहले मुकाबले में एक अनोखा किस्सा देखने को मिला था। मध्यक्रम के टीम इंडिया बल्लेबाज रविन्द्र जडेजा को हेलमेट में गेंद लगी और उनके स्थान पर गेंदबाजी करने के लिए कनक्शन नियम के तहत युजवेंद्र चहल को टीम में शामिल कर लिया गया था। हालांकि जडेजा ने अंत तक बल्लेबाजी की और भारत को एक मजबूत स्कोर तक पहुँचाया। मैदान पर घट रही इस घटना को लेकर ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लैंगर काफी गुस्सा भी दिखाया था लेकिन नियमों के तहत ही यह फैसला लिया गया था।
दो साल बाद उस समय भारतीय टीम के फील्डिंग कोच रहे आर श्रीधर ने अपनी किताब में इस घटनाक्रम के पीछे की एक मजेदार कहानी बताई है। आर श्रीधर ने इस सब के लिए संजू सैमसन को श्रेय दिया और अपनी किताब में बताया कि, 'मैं डग आउट में बैठा था और टीम इंडिया को फील्डिंग अभ्यास करवाने के लिए तैयार था। मेरे साथ संजू सैमसन और मयंक अग्रवाल बैठे हुए थे। तभी अचानक संजू ने मुझसे कहा कि सर, जडेजा के हेलमेट में गेंद लगी। क्यों न हम कनक्शन रिप्लेसमेंट ले? हम टीम में जडेजा के स्थान पर एक और गेंदबाज शामिल कर सकते हैं।' उस समय मैंने संजू सैमसन में कप्तान देखा था।
टीम इंडिया के कोच रहे रवि शास्त्री ने इस बात को संज्ञान में लिया और जडेजा को सिर पर बर्फ लगाकर चुपचाप बैठे को कहा। साथ ही कनक्शन रिप्लेसमेंट के लिए मैच रेफरी को बताया, जिसकी मंजूरी मिल गई और ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लैंगर आग बबूला हो गए थे। आर श्रीधर ने इस सन्दर्भ में आगे बताया है कि यह कुछ पल होते हैं जब आपकी लीडरशिप क्वालिटी को पहचाना जाता है। कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली दोनों को ही इस बारे में मालूम नहीं था लेकिन संजू सैमसन ने फटाफट से टीम के प्रति एक बड़ा फैसला लिया था। जडेजा के स्थान पर चहल ने बेहतरीन गेंदबाजी कर टीम इंडिया को मैच जितवाया और मैन ऑफ़ द मैच का ख़िताब भी अपने नाम किया था।