इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने खुलासा किया कि टीम ने सर्वसम्मती से ओली रोबिंसन की माफी स्वीकार की और निलंबित तेज गेंदबाज को पूरी टीम का समर्थन हासिल है। ध्यान दिला दें कि ओली रोबिंसन को 8 साल पहले नस्लवादी और सेक्सिस्ट ट्वीट करने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से निलंबित कर दिया गया है।
27 साल के ओली रोबिंसन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार टेस्ट डेब्यू किया और 7 विकेट लिए। ईसीबी ने 2012-13 में आक्रामक ट्वीट के कारण रोबिंसन को निलंबित किया, जिसके लिए तेज गेंदबाज सार्वजनिक माफी मांग चुके थे।
ब्रिटीश मीडिया से बातचीत में एंडरसन ने रोबिंसन के विषय पर प्रकाश डाला। यह पूछने पर कि रोबिंसन की माफी टीम द्वारा स्वीकार की गई या फिर कुछ खिलाड़ी अब भी इससे खफा हैं। एंडरसन ने कहा, 'नहीं, मेरे ख्याल से इसे स्वीकार कर लिया गया है।'
अनुवभी तेज गेंदबाज ने कहा, 'ओली रोबिंसन पूरे ग्रुप के सामने खड़े हुए और माफी मांगी। आप देख पाते कि वह कितना गंभीर और निराश था। मेरे ख्याल से एक समूह के रूप में हमने उसकी सराहना की है कि वो अब अलग व्यक्ति है। वह काफी परिपक्व हुआ और प्रगति पर है। उसे टीम का पूरा समर्थन हासिल है।'
यूके के राजनेताओं ने भी इस मामले पर जोर दिया और ईसीबी से अपने फैसले पर पुर्नविचार करने को कहा, जिसने तेज गेंदबाज की पुरानी गलतियों पर उसको सजा देते हुए निलंबित किया।
रोबिंसन ने लॉर्ड्स पर जब टेस्ट डेब्यू किया, तो उनके पुराने ट्वीट्स सोशल मीडिया पर दोबारा फैले। एंडरसन से भी खिलाड़ी के निलंबन का टीम पर प्रभाव के बारे में सवाल किया गया। उन्होंने कहा, 'जी हां, आप जानते हैं कि यह मुश्किल समय है। मेरे ख्याल से खिलाड़ियों के रूप में हम ऐसी चीजों से वाकई सीख लेते हैं।'
एंडरसन ने कहा, 'हमें एहसास है कि इन मामलों में साक्षर होने की जरूरत है, जो ईसीबी और पीसीए (पेशेवर क्रिकेटर्स एसोसिएशन) के साथ जारी है। हम इस सीरीज से पहले कई वर्कशॉप कर चुके हैं और अपने आपको सुधारने में हमें मदद मिली। हम चाहते हैं कि इस तरह की चीजें नहीं हो।'
जेम्स एंडरसन अगर न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरा टेस्ट खेलते हैं तो वह इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे और एलेस्टर कुक को पीछे छोड़ देंगे।
ओली रोबिंसन ने मांगी थी माफी
लॉर्ड्स में पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद 27 साल के रोबिंसन ने माफी मांगी थी और कहा था कि 18 साल की उम्र में वह कड़े समय से गुजर रहे थे जब इस तरह के ट्वीट पोस्ट किए। उन्होंने कहा कि उनकी जिंदगी का वो बहुत मुश्किल समय था।
रोबिंसन ने कहा था, 'मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं न तो नस्लवादी हूं और न हीं सेक्सिस्ट। मुझे अपनी हरकतों का मलाल है। मुझे शर्म है कि इस तरह की बातें की। मेरे पास तब विचार नहीं थे और मैं गैर-जिम्मेदार था। उस समय जो मेरी दिमागी हालत थी, मेरी हरकतें क्षमा करने योग्य नहीं है। तब से मैं इंसान के रूप में परिपक्व हुआ और उन ट्वीट पर मुझे पूरी तरह मलाल है।'
हालांकि, ओली रोबिंसन की माफी का कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि ईसीबी ने पहले टेस्ट के बाद उन्हें निलंबित किया और अनुशासनात्मक जांच शुरू की। इसका नतीजा यह होगा कि रोबिंसन दूसरे टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं होंगे, जो एजबेस्टन में खेला जाएगा।