इंग्लैंड क्रिकेट टीम (England Cricket Team) के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज केविन पीटरसन (Kevin Pietersen) का मानना है कि यदि द हंड्रेड (The Hundred) जैसे टूर्नामेंट की शुरुआत पहले हुई होती तो इंग्लैंड की तब की टीम वाइट बॉल क्रिकेट आज की टीम से बेहतर होती। केविन पीटरसन ने साथ ही कहा कि केवल 3 से 4 खिलाड़ी ही आईपीएल (IPL) जैसे बड़े टी20 टूर्नामेंट में हिस्सा लेते थे और उस समय की टीम मैनेजमेंट केवल उन्हीं बल्लेबाजों को मौका देती थी, जो आक्रामक रवैये से नहीं खेलते थे। जो बस पारी को चलाना जानते थे। विश्व कप 2015 में ग्रुप स्टेज से बाहर होने के बाद इंग्लैंड क्रिकेट टीम में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। इयोन मॉर्गन की कप्तानी में टीम आक्रामक रवैये से खेलती है।
केविन पीटरसन ने डेली मेल को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि 100 प्रतिशत ऐसा होता यदि द हंड्रेड टूर्नामेंट पहले आता तो इंग्लैंड की टीम उस समय भी एक जबरदस्त टीम होती। मैं उस समय में खेला, जहाँ केवल 3-4 खिलाड़ी ही आईपीएल खेलते थे। उन्हें इंग्लैंड टीम में जगह नहीं मिलती थी और निराश होकर बैठना पड़ता था। केविन पीटरसन ने इस सन्दर्भ में उस समय को लेकर सवाल किया कि आप गेंद को क्यों रोकना चाह रहे हो? हम ऐसे खिलाड़ी क्यों चुन रहे हैं है, जो केवल गेंद को रोकते हैं? लेकिन यदि अब आप देखेंगे, तो इंग्लैंड के ज्यादातर स्टार खिलाड़ी आईपीएल में खेलते हैं और अगर अब वह गेंद को रोकेंगे तो टीम से बाहर कर दिए जायेंगे। यह बिलकुल विपरीत हो चुका है।
ECB को भारतीय पुरुष खिलाड़ियों से भी द हंड्रेड में खेलने के लिए आग्रह करना चाहिए - केविन पीटरसन
केविन पीटरसन ने इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड से उम्मीद जताई है कि ECB को भारतीय पुरुष खिलाड़ियों से भी द हंड्रेड में खेलने के लिए आग्रह करना चाहिए। क्योंकि भारतीय खिलाड़ियों की वजह से टीवी रेटिंग अच्छी आती है। उनकी वजह से ही ज्यादा से ज्यादा क्राउड आता है साथ ही उन्हें बहुत सपोर्ट भी मिलता है। यदि दोनों क्रिकेट बोर्ड इस मुद्दे पर एक सहमति से राय रखते हैं, तो इंग्लैंड क्रिकेट के लिए यह बेहतरीन रहेगा।