भारतीय क्रिकेट टीम इस समय दक्षिण अफ्रीका (SA vs IND) के दौरे पर है और दो टेस्ट मैचों की सीरीज में उन्हें चुनौती दे रही है। सीरीज के आगाज से पहले भारतीय टीम के स्क्वाड ने 24 दिसंबर को अफ्रीकन सफारी का लुत्फ़ उठाया था। इस दौरान शुभमन गिल (Shubman Gill) और राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) समेत टीम के अन्य स्टाफ मेंबर्स ने एक गैंडे के साथ तस्वीर खिंचवाई थी। कुछ लोगों का मानना था कि गैंडे को शांत करवाने के लिए उसे नुकसान पहुंचाया गया होगा, ताकि भारतीय टीम के मेंबर्स उसके साथ तस्वीर ले सकें। अब उन लोगों को केविन पीटरसन (Kevin Pietersen) ने करार जवाब दिया है।
बता दें कि भारतीय टीम के सदस्यों की ये तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। अपने ब्रेक डे में गिल ने सबसे अधिक एन्जॉय करते नजर आये थे। उन्होंने दूर से शेर के साथ सेल्फी भी ली थी।
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन जो लुप्त हो रहे गैंडों को बचाने के लिए खुद एक संस्था चलाते हैं, उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है। पीटरसन ने ट्विटर पर भारतीय टीम के सदस्यों की गैंडे के साथ वायरल तस्वीर वाली पोस्ट पर कमेंट किया और लिखा,
यह एक ऐसे कार्यक्रम का हिस्सा होगा जो एक विश्वसनीय संरक्षण संगठन के माध्यम से नैतिक रूप से चलाया जा रहा है। इस जानवर को लोगों के साथ फोटो खिंचवाने के लिए कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। ऐसा कहना वास्तव में भ्रामक है और इससे दक्षिण अफ्रीका में मौजूद अद्भुत संरक्षण संगठनों की बदनामी होती है जो इस प्रतिष्ठित प्रजाति को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
गौरतलब है कि 20वीं सदी की शुरुआत में, 500,000 गैंडे अफ्रीका और एशिया में मौजूद थे। 1970 तक गैंडों की संख्या घटकर 70,000 रह गई और आज लगभग 27,000 गैंडे जंगलों में बचे हैं। कई दशकों से लगातार अवैध शिकार और निवास स्थान के नुकसान के कारण बहुत कम गैंडे राष्ट्रीय उद्यानों और अभ्यारण्यों के बाहर जीवित बचे हैं। वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड अनुसार काली, जावन और सुमात्राण नामक गैंडों की तीन प्रजातियां गंभीर रूप से लुप्त होने की कगार पर हैं।