आशीष नेहरा का मानना है कि कुलदीप यादव के लिए अब समय आ चुका है कि डीआरएस फैसले के लिए वो एमएस धोनी की छवि से बाहर निकले। नेहरा ने कहा कि स्पिनर को बेहतर तरीके से एलबीडब्ल्यू को जज करने की जरूरत है और यह सीखे कि विकेटकीपर पर बिना निर्भर हुए भी कप्तान रिव्यु लेने के लिए राजी कर सकें।
आशीष नेहरा ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में कुलदीप यादव की वापसी में इस पर ध्यान दिया। 26 साल के स्पिनर ने अपने पहले ही ओवर में श्रीलंकाई कप्तान दासुन शनाका को एलबीडब्ल्यू कर दिया था। हालांकि, अंपायर ने गेंदबाज और फील्डिंग टीम की अपील को खारिज कर दिया।
कुलदीप यादव ने कप्तान शिखर धवन को मनाना चाहा, लेकिन विकेटकीपर संजू सैमसन को लगा कि गेंद स्टंप के ऊपर से जाएगी। आशीष नेहरा ने कहा कि कैसे भारत ने छोटे लक्ष्य की रक्षा करते हुए दोनों रिव्यु नहीं लिए जबकि उन्हें गेंदबाज को संदेह का फायदा उठाने देना चाहिए था।
आशीष नेहरा ने कहा, 'देखिए, गेंदबाज लंबे समय बाद खेल रहा था। कप्तान नया था। विकेटकीपर भी नया था। आप इसको एक तरह से सोच सकते हैं। दूसरे दृष्टिकोण यह है कि आपको यह सीखना चाहिए। आपके पास दो रिव्यु थे और शनाका, हसरंगा श्रीलंका के अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं, तो आपको रिव्यु के लिए जाना चाहिए था। भले ही आपको 100 प्रतिशत विश्वास भी नहीं होता और आप रिव्यु गंवा भी देते, तो कोई बड़ी बात नहीं थी। यह ऐसी चीजें हैं, जो आपको दिमाग में रखना चाहिए।'
नेहरा ने आगे कहा, 'कुलदीप यादव को यह भी सीखने की जरूरत है। एमएस धोनी वहां आपकी मदद करने के लिए नहीं हैं। वहां संजू सैमसन हैं। तो एक गेंदबाज के रूप में आपको कप्तान पर और दबाव बनाना चाहिए कि धवन भाई ले लो, दो रिव्यु हैं हमारे पास।'
बहरहाल, डीआरएस की गलती का कुलदीप यादव पर गहरा असर नहीं पड़ा क्योंकि अगले ओवर में उन्होंने शनाका को स्टंपिंग करा दिया। कुलदीप यादव ने दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में 4 ओवर में 30 रन देकर दो विकेट लिए।
कुलदीप यादव ने टी20 विश्व कप के लिए अपना दावा पुख्ता किया: पारस म्हांब्रे
श्रीलंका दौरे पर भारत के गेंदबाजी कोच पारस म्हांब्रे ने कुलदीप यादव के प्रयासों की सराहना की है। म्हांब्रे ने कहा कि उनकी वापसी से एक बार फिर टी20 विश्व कप में दावेदारों की लिस्ट बढ़ गई है।
मैच के बाद पारस म्हांब्रे ने कहा, 'कुलदीप यादव बहुत प्रतिभाशाली और सोच वाले गेंदबाज हैं। हमने मैच से पहले काफी बातचीत की। वीडियो देखे, योजना पर विचार-विमर्श किया, लेकिन उन्हें श्रेय देना चाहिए कि मैच में इसका अच्छी तरह उपयोग किया। जी हां, वो टीम से अंदर-बाहर हुआ। उसे पता है कि जगह बरकरार रखने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और वो वही कर रहा है और मैं नतीजे देखकर खुश हूं। उसने टी20 विश्व कप स्क्वाड में जगह बनाने के मौके को बढ़ा लिया है।'