कोलकाता नाइटराइडर्स (Kolkata Knight Riders) का आईपीएल 2022 (IPL 2022) में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और वह 14 मैचों में 12 अंक के साथ अंक तालिका में सातवें स्थान पर रही। बंगाल के खेल और युवा मामलों के राज्य मंत्री मनोज तिवारी (Manoj Tiwary) ने केकेआर फ्रेंचाइजी पर जमकर भड़ास निकाली है। तिवारी ने केकेआर फ्रेंचाइजी की आलोचना इसलिए की क्योंकि उनका मानना है कि आईपीएल की टीम स्थानीय (बंगाल) खिलाड़ियों को आगे नहीं बढ़ा रही है।
कोलकाता आधारित फ्रेंचाइजी आईपीएल की तीसरी सबसे सफल टीम है, जिसने अपना पहला खिताब 2012 में जीता था। तब मनोज तिवारी केकेआर का हिस्सा थे। मगर केकेआर के पूर्व खिलाड़ी ने टीम प्रबंधन की प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं क्योंकि बंगाल क्षेत्र से कम खिलाड़ियों को बढ़ावा मिला।
तिवारी के अलावा पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली, मोहम्मद शमी, लक्ष्मी रतन शुक्ला और ऋद्धिमान साहा पश्चिम बंगाल के कुछ ऐसे नाम हैं, जिन्होंने फ्रेंचाइजी का प्रतिनिधित्व किया। मगर पिछले कुछ सालों में क्षेत्र के खिलाड़ी बमुश्किल ही फ्रेंचाइजी में नजर आए।
मनोज तिवारी ने स्पोर्ट्स तक से बातचीत में कहा, 'निश्चित ही मैं बदलाव देखना चाहूंगा। मैंने हमेशा कहा कि बंगाल के कई खिलाड़ियों को केकेआर में होना चाहिए। तो मेरा एक ही सवाल है कि बंगाल के खिलाड़ी अन्य टीमों के लिए नियमित रूप से प्लेइंग 11 में खेल सकते हैं, तो यहां क्यों नहीं। तो सवाल हमेशा प्रबंधन पर रहेगा। उन्होंने कभी खुलकर बातचीत भी नहीं की। वो शांत रहे और यह सवाल हमेशा उनके सामने आया।'
बंगाल के दिग्गज रणजी खिलाड़ी मनोज तिवारी ने कहा कि फ्रेंचाइजी में स्थानीय खिलाड़ियों के होने से युवाओं को प्रेरणा मिलती है और खेल में जुनूनी समर्थक आते हैं, जो अपने क्षेत्र के खिलाड़ियों को आईपीएल जैसे बड़े मंच पर खेलते हुए देखना चाहते हैं।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने साथ ही कहा कि उन्होंने इस मामले में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी और टीम के सह-मालिक शाहरुख खान से बातचीत की।
तिवारी ने कहा, 'स्थानीय खिलाड़ी बच्चों को स्टेडियम में आने के लिए प्रेरणा देते हैं। फैंस अपने स्थानीय खिलाड़ियों का समर्थन करना चाहते हैं। वो हमेशा अपनी टीम का समर्थन करते हैं, लेकिन जब देखते हैं कि स्क्वाड में उनके क्षेत्र का खिलाड़ी है तो अपने साथ भावनाएं लेकर जाते हैं। मैं अपनी माननीय मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी से कहूंगा कि वो शाहरुख खान से बातचीत करें। वो पश्चिम बंगाल के ब्रांड एम्बेस्डर हैं। हम देखेंगे कि इसके बाद आगे क्या होता है।'