ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क (Michael Clarke) ने 22 वर्षीय युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) की प्रशंसा की है। इसके साथ ही क्लार्क ने शॉ की तुलना भारत के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) से भी की है।
अंडर-19 वर्ल्ड कप और घरेलू क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन के बाद साल 2018 में राजकोट के मैदान में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट में धमाकेदार शतक लगाते हुए यादगार पारी खेली थी। हालांकि शॉ अपने प्रदर्शन में निरंतरता कायम नहीं रख पाए और उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर असफल रहने के बाद टेस्ट टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
माइकल क्लार्क ने उम्मीद जताई है कि भारतीय टीम मैनेजमेंट शॉ को लेकर धैर्य बनाए रखेगा क्योंकि उसमें सहवाग जैसी आक्रामकता है। क्लार्क ने सोनी टेन पर 'डाउन अंडरडॉग्स' पर कहा,
वह सहवाग की तरह शानदार खिलाड़ी है। सहवाग एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी थे, जिन्होंने खेल को आगे बढ़ाया। मेरे जैसे किसी के लिए, मैं क्रिकेट के उस ब्रांड से प्यार करता हूं। टॉप आर्डर में आक्रामक बल्लेबाज। इसलिए सहवाग मेरे पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक थे। मैं चाहता हूं कि भारत उन पर विश्वास बनाये रखे, यह जानते हुए कि वह अभी युवा है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पृथ्वी शॉ के प्रदर्शन को लेकर भी क्लार्क ने अपनी राय दी
पूर्व कप्तान ने आगे कहा कि यह ऑस्ट्रेलिया में खिलाड़ी का पहला अनुभव था और युवा खिलाड़ी पर उम्मीदों के साथ बहुत अधिक दबाव डाला गया था। हालांकि उन्होंने कहा कि शॉ में अच्छा करने की क्षमता है। क्लार्क ने कहा,
पृथ्वी शॉ से बहुत ज्यादा उम्मीदें रखना बहुत कठिन था। उसे और समय चाहिए था। ऑस्ट्रेलिया में यह उनका पहला मौका था। आप उसे यह देखने का हर मौका देना चाहते हैं कि वह कैसा करता है लेकिन दुर्भाग्य से, वह एडिलेड में उस टेस्ट मैच में चूक गया। यह उनका ऑस्ट्रेलिया का पहला दौरा था, और मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह आते हुए अच्छा करेंगे।
आपको बता दें कि शॉ को पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे में एडिलेड टेस्ट में पारी की शुरुआत का मौक़ा मिला था। पहली पारी में वह बिना खाता खोले स्टार्क की गेंद पर आउट हुए। इसके बाद दूसरी पारी में 4 रन बनाकर पैट कमिंस की गेंद पर आउट हुए।