अफगानिस्तान की टीम (Afghanistan Cricket team) इस समय कतर में नीदरलैंड्स (Netherlands Cricket team) के खिलाफ वनडे सीरीज खेल रही है। अफगानिस्तान ने पहला वनडे 36 रन से जीता और अब दूसरा वनडे रविवार को खेला जाना है। अफगानिस्तान टी20 इंटरनेशनल टीम के कप्तान मोहम्मद नबी (Mohammad Nabi) ने खुद को इस सीरीज से बाहर रखा है ताकि युवाओं को मौका मिल सके।
इस बीच शारजाह सीबीएफएस टी20 में मोहम्मद नबी ने अपने बेटे के साथ मैच खेला। मोहम्मद नबी के बेटे का नाम हसन खान है, जो टूर्नामेंट में बुखातिर एकादश का हिस्सा थे। 16 साल के हसन ने पांच मैचों में 37 की औसत से 148 रन बनाए।
मोहम्मद नबी को आमंत्रित किया गया था और उन्होंने बताया कि बेटे के साथ खेलना उनका सपना है। हसन को पिछले साल शारजाह क्रिकेट एकेडमी में भर्ती कराया गया था। उन्होंने टी20 टूर्नामेंट में खेलने के मौके को तुरंत स्वीकार किया। हसन ने टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया।
वहीं मोहम्मद नबी ने कहा कि वह कुछ और सालों तक देश की टीम का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं। नबी के हवाले से द नेशनल न्यूज ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि हम एक दिन एकसाथ खेलेंगे और हम एकसाथ राष्ट्रीय टीम के लिए खेल पाएंगे। मैं कुछ और साल अफगानिस्तान के लिए खेलना चाहूंगा और कोशिश करूंगा कि लीग का हिस्सा बना रहूं।'
उम्मीद है कि हसन अफगानिस्तान के लिए खेले: मोहम्मद नबी
मोहम्मद नबी ने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनका बेटा अफगानिस्तान की अंडर-19 टीम के लिए खेले और फिर आगे चलकर राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करे। उन्होंने उम्मीद जताई कि एक दिन उन्हें अपने बेटे के साथ अफगानिस्तान टीम के लिए खेलने का मौका मिले।
नबी ने कहा, 'हसन आगे बढ़ेगा और उम्मीद है कि अंडर-19 खेलेगा। अगर उसमें राष्ट्रीय टीम में खेलने की क्षमता हुई तो उम्मीद है कि वो एक दिन राष्ट्रीय टीम के लिए खेलेगा। एक लीग में यह पहला मौका है जब हमने साथ में खेला। यह अच्छा है। वो दबाव में था। मगर वो अच्छी प्रतिभा है।'
नबी ने अपने पिता की मर्जी के खिलाफ जाकर पाकिस्तान में रेफ्यूजी कैंप में क्रिकेट खेलने की शुरूआत की। मगर वो चाहते हैं कि हसन सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट एकेडमी में ट्रेनिंग करे और उसे कुछ और मौके मिले।
नबी ने कहा, 'हमारा परिवार हमें खेलने की इजाजत नहीं देता था। मगर मुझे पता है कि हसन अच्छी प्रतिभा है, जिसके लिए मैं उन्हें और मौके देना चाहूंगा। मेरे बचपन में मेरे पास कुछ नहीं था। मगर हसन के पास सभी चीजें हैं।'
नबी ने कहा, 'यह बिलकुल अलग है। मैंने उसे कहा है जब मैं क्रिकेट सीख रहा था, तब इस तरह की सुविधाएं नहीं थी। मुझे एकेडमी में जाने की अनुमति नहीं थी।'