दक्षिण अफ्रीका (South Africa Cricket team) के तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा (Kagiso Rabada) भारत (India Cricket team) के खिलाफ पहले टेस्ट में संघर्ष करते हुए नजर आए। प्रोटियाज तेज गेंदबाज ने मैच में 17 नो बॉल डाली और उनके हमवतन मोर्ने मोर्केल (Morne Morkel) का मानना है कि ऐसा लय और विश्वास की कमी के कारण हुआ।
वहीं पूर्व भारतीय बल्लेबाजी कोच संजय बांगर का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजी कोच को रबाडा की मदद करनी होगी ताकि एक्स्ट्रा पर लगाम लगा सके।
7 विकेट लेने के बावजूद रबाडा ने पहले टेस्ट में 114 रन खर्च किए। मोर्ने मोर्केल ने स्टार स्पोर्ट्स के शो पर कहा, 'मेरे ख्याल से यह कम गेंदबाजी का असर है। वो ऐसा लड़का है तो लाइन के करीब आकर गेंदबाजी करता है। टेस्ट मैच के दौरान आखिरी चीज आप एक गेंदबाज के रूप में चाहते हो जब आप नो बॉल से संघर्ष करो तो अपने रन-अप में बदलाव करो। रबाडा के लिए इस टेस्ट में यह लड़ाई रही कि वह लय की खोज में ज्यादा प्रयास करते दिखे।'
मोर्केल ने आगे कहा, 'यहां लय की कमी, विश्वास की कमी दिखी, लेकिन मुझे भरोसा है कि टेस्ट सीरीज के आगे बढ़ने के साथ-साथ रबाडा की गेंदबाजी में सुधार होगा।'
इस बीच बांगर ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजी कोच की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। उनका माना है कि कोच को रबाडा को सलाह देनी चाहिए कि वह क्रीज के अंदर से गेंदबाजी करे और कुछ मौके पर थोड़ा पीछे से गेंद डाले।
बांगर ने कहा, 'जब आपका प्रमुख गेंदबाज संघर्ष करे तो गेंदबाजी कोच की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। बेसिक्स पर दोबारा काम करना बुरा आइडिया नहीं। मेरा मतलब गेंदबाजी कोच एक गेंदबाज की मदद किस तरह कर सकता है। भले ही खिलाड़ी ने कितने मैच खेले हो या प्रमुख गेंदबाज हो, लेकिन अगर वो गलत कर रहा है तो इसकी शुरूआत अलग तरह होनी चाहिए।'
बांगर ने आगे कहा, 'गेंदबाजी कोच को रबाडा को सलाह देनी चाहिए कि गेंदबाजी क्रीज से शुरूआत करे और कुछ मौकों पर पीछे की तरफ दौड़े। दोबारा, तीन-चार मौकों पर रन-अप नापे और इसकी औसत निकाले। मेजरिंग टेप से औसत निकालकर दोबारा रन-अप बनाए। क्योंकि इससे चीजें साधारण हो जाएँगी और यह कारगर भी साबित हो सकती है।'
भारत की दूसरी पारी के दौरान रबाडा ने छह नो बॉल डाली, लेकिन शार्दुल ठाकुर, रविचंद्रन अश्विन, ऋषभ पंत और मोहम्मद शमी के विकेट लिए। वहीं भारत की पहली पारी में उन्होंने 11 नो बॉल डाली थी और केएल राहुल, अश्विन व शार्दुल ठाकुर के विकेट लिए थे।