एमएस धोनी की एक विशेष सलाह ने बदल दी बांग्‍लादेशी विकेटकीपर की जिंदगी

एमएस धोनी की सलाह का बांग्‍लादेशी विकेटकीपर को मिला फायदा
एमएस धोनी की सलाह का बांग्‍लादेशी विकेटकीपर को मिला फायदा

नुरुल हसन (Nurul Hasan) को कुछ समय से बांग्‍लादेश (Bangladesh Cricket team) के सर्वश्रेष्‍ठ विकेटकीपरों में से एक माना जा रहा है। दाएं हाथ के बल्‍लेबाज ने अपनी विकेटकीपिंग शैली से घरेलू और अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में काफी प्रभावित किया है।

हसन ने क्रिकबज से बातचीत में अपनी विकेटकीपिंग बनने की कहानी बताई और साथ ही बताया कि एमएस धोनी की एक सलाह से उनकी विकेटकीपिंग के प्रति सोच कैसे बदली।

नुरुल हसन ने बताया कि वह बचपन से ही विकेटकीपिंग कर रहे हैं। हसन ने कहा, 'मैं सीनियर्स के साथ टेनिस बॉल क्रिकेट खेलता था। मैं छोटा था और उनके जैसे तेज नहीं दौड़ पाता था और इसलिए विकेटकीपिंग करता था। जब मैंने क्रिकेट बॉल से विकेटकीपिंग का अभ्‍यास शुरू किया तो गेंद मेरे चेहरे और शरीर पर लगती रहती थी।'

हसन ने आगे कहा, 'फिर मैंने कुछ समय तेज गेंदबाजी करने की कोशिश की। मैंने खुलना में अंडर-13 क्रिकेट लीग तेज गेंदबाज के रूप में खेला। मगर खुलना एकेडमी के कोच स्‍वर्गीय शेख सलाहुद्दीन सर और मोनिर सर ने मुझे कीपिंग पर ध्‍यान देने को कहा और तब से मैं विकेटकीपर बना।'

एमएस धोनी ने बदली जिंदगी: नुरुल हसन

नुरुल हसन ने बताया कि भारत के पूर्व कप्‍तान एमएस धोनी से मिली सलाह ने विकेटकीपिंग के प्रति सोच बदल दी। हसन ने कहा, 'हम बचपन से सीखते हैं कि जब तक पिच पर गेंद टप्‍पा नहीं खा जाए तब तक नीचे रहना चाहिए। जब गेंद पिच पर पड़ती है तो गेंद छूटने का जोखिम कम हो जाता है। मगर मेरे लिए सबसे अहम चीज है गेंद पर नजरें रखना। मेरे लिए यह आसान हो जाता है जब मैं गेंद का मूवमेंट समझ पाता हूं।'

हसन ने आगे कहा, 'स्पिनरों के लिए मददगार पिच पर गेंद घूमती है और या फिर स्विंग करते हुए बल्ले का किनारा ले सकती है। तो यह समझना महत्‍वपूर्ण है कि गेंद किस दिशा में जा रही है। मुझे एमएस धोनी से भी विकेटकीपिंग के बारे में सलाह मिली। धोनी एशिया के पहले विकेटकीपर हैं, जिन्‍होंने कीपिंग के पारंपरिक अंदाज को बदला।'

हसन ने कहा, 'मैं एशिया कप और चैंपियंस ट्रॉफी में धोनी से मिला और हमने कीपिंग के बारे में बातचीत की। मैं उनके लॉजिक से सहमत हुआ कि गेद को आखिरी पल तक देखना जरूरी है और गेंद के मूवमेंट को समझना महत्‍वपूर्ण है। आसान तरीके से कहूं तो चौकन्‍ना रहना जरूरी है। गेंद तो बल्‍लेबाज को कभी भी बीट कर सकती है। मुझे विकेट के पीछे से सोचना जरूरी है कि गेंद कहां घूमेगी। अगर गेंद ने बल्‍लेबाज को बीट कर दिया तो विकेटकीपर के पास गेंद को कवर करने का बहुत कम समय बचता है।'

धोनी की सलाह के कारण नुरुल हसन की विकेटकीपिंग में काफी बदलाव आया और वह अपनी सोच के सहारे दमदार कीपिंग करने में सफल हो पा रहे हैं।

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