इंग्लैंड (England Cricket Team) दौरे पर मिली टी20 और वनडे सीरीज में हार के बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan Cricket Team) का अगला मिशन कैरिबियन दौरा होगा। पाकिस्तान के खिलाड़ी वेस्टइंडीज पहुँच चुके हैं। टीम के हेड कोच मिस्बाह-उल-हक़ (Misbah-Ul-Haq) ने एक अख़बार के दौरान हुई बातचीत में युवा खिलाड़ियों को बचाव किया और उनके चयन पर खड़े हो रहे सवालों का जवाब भी दिया है। इंग्लैंड और विंडीज दौरे पर मोईन खान के बेटे आजम खान का चयन हुआ, जिनके सेलेक्शन को लेकर इन दौरों से पहले भी बहुत सवाल खड़े हुए थे। इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों में आजम खान (Azam Khan ) अपनी काबिलियत के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाएं। इसलिए अब उनके चयन पर फिर से सवाल खड़े हो रहें हैं।
मिस्बाह-उल-हक़ ने आजम खान का बचाव करते हुए ही बड़ी प्रतिक्रिया दी है और विश्वास जताते हुए कहा है कि ईमानदारी से बात करें, तो हमें किसी भी खिलाड़ी को एक या दो मैच के ऊपर आंकना नहीं चाहिए। जब कोई खिलाड़ी ज्यादा मैच खेलता है, तभी हमें पता चलता है कि यह खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी है या नहीं। जब आप नंबर 5 या 6 पर बल्लेबाजी करने आते हैं और आपको 12 से 14 का रन रेट से रन बनाने हो तो, किसी भी युवा बल्लेबाज के लिए अपनी काबिलियत दर्शाना थोड़ा कठिन होता है। इसलिए मुझे लगता है कि आगामी वेस्ट इंडीज दौरे के बाद ही हमें आजम खान की काबिलियत का पता चलेगा।
पाकिस्तान सुपर लीग में आजम खान का दमदार खेल कई बार देखने को मिला है। इसलिए हार्ड हिटिंग और तेजी से रन बनाने की काबिलियत पर ही उनका चयन पाकिस्तान टीम में हुआ है। आजम खान ने अपने करियर में अभी तक 43 टी20 मैच खेले हैं, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 150 से ऊपर का रहा है। इंग्लैंड के खिलाफ हुई टी20 सीरीज में उन्हें 2 मैचों में मौका मिला था, जिसमें उन्होंने 5* और 1 रन का स्कोर किया। आजम खान को सीरीज के आखिरी मैच में बैठा दिया गया था। आजम खान अपनी फिटनेस को लेकर भी हमेशा सवालों के घेरे में आते रहते हैं।