भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने हाल ही में अपने टेस्ट करियर में 100 मैच खेले थे। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में पुजारा ने यह बड़ी उपलब्धि हासिल की थी। चेतेश्वर पुजारा इस समय युवा खिलाड़ियों के प्रेरणास्रोत है, जिन्हें देखकर आगामी भविष्य में आने वाले खिलाड़ी सीख लेते है। हाल ही में उनकी घरेलू टीम सौराष्ट्र के युवा खिलाड़ी पार्थ भुट ने पुजारा को लेकर अहम बात बोली है।
किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए रणजी ट्रॉफी खेलना बेहद ख़ास रहता है और सौराष्ट्र के युवा व बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज पार्थ भुट को कुछ सालों पहले रणजी ट्रॉफी खेलने का मौका मिला। किसी भी खिलाड़ी के जीवन कितनी भी सफलता हाथ क्यों न लगे लेकिन वह अपनी टीम से मिली डेब्यू कैप को कभी नहीं भूलता। ऐसा ही किस्सा पार्थ भुट ने स्पोर्ट्सकीड़ा से हुई ख़ास बातचीत में बताया है, जिसमें उन्होंने भारत के दिग्गज खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा का जिक्र किया है।
चेतेश्वर पुजारा से कैप मिलने के बाद पार्थ भुट ने खुलकर बात करते हुए बताया कि बेहद प्रतिभाशाली सौराष्ट्र टीम में शामिल होना कितना कठिन रहा। उन्होंने इस सन्दर्भ में आगे कहा कि, 'पुजारा भाई ने मुझे सौराष्ट्र के लिए मेरी रणजी कैप दी, यह मेरे लिए हमेशा खास रहेगा। यह एक सपने के सच होने जैसा था। क्योंकि सौराष्ट्र की टीम में शामिल होने के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करना पड़ता है। क्योंकि इस टीम में हर स्थान के लिए काफी प्रतिस्पर्धा होती है। इसलिए मेरा डेब्यू करना और फिर अपना पहला विकेट हासिल करना कुछ ऐसा है, जिसे मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा।'
आपको बता दें कि हाल ही में सौराष्ट्र टीम ने रणजी ट्रॉफी का ख़िताब अपने नाम किया था। इस फाइनल का अहम हिस्सा पार्थ भी रहे थे। हालांकि उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का ज्यादा मौका नहीं मिला लेकिन उन्होंने बल्ले से 14 रनों का योगदान दिया तो गेंदबाजी में उन्हें ज्यादा गेंदबाजी करने का अवसर प्राप्त नहीं हुआ।