भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने टीम इंडिया के मध्यक्रम को लेकर हो रही लगातार चर्चा पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। द्रविड़ ने कहा है कि उन्हें लगता है कि इस चर्चा को काफी बढ़ा चढ़ा कर पेश किया गया है। उन्होंने इसके पीछे असमयिक चोटों की प्रकृति और उनकी गंभीरता को दोष दिया है और कहा कि इससे स्पष्टता की कमी हुई जो एक वक्त पर कोई समस्या नहीं थी।
श्रेयस अय्यर और केएल राहुल को चोट लगने के बाद ये चर्चा लगातार हो रही थी कि टीम इंडिया में एशिया कप और वनडे विश्व कप में नंबर 4 और 5 की जिम्मेदारी कौन संभालेगा। इन दोनों खिलाड़ियों के लंबे चोट के बाद इस पोजीशन पर सूर्यकुमार यादव और संजू सैमसन जैसे खिलाड़ियों को आजमाया गया लेकिन वें सफल नहीं हुए। बहरहाल, राहुल और अय्यर दोनों ही ने चोट से उबर के टीम में वापसी कर ली है और आगामी एशिया कप में खेलते दिखेंगे।
राहुल, अय्यर और पंत ही थे टीम प्रबंधन की रणनीती का हिस्सा - राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़ ने खुलासा किया कि टीम प्रबंधन की मध्यक्रम को लेकर क्या रणनीती थी और किन खिलाड़ियों को खिलाने के बारे में सोचा जा रहा था। द्रविड़ ने कहा,
नंबर 4 और नंबर 5 की स्थानों पर बहुत चर्चा होती है, और ऐसा अनुभाव होता है कि हमारे पास यह स्पष्टता नहीं है कि कौन वहां खेलेगा। मैं आपको 18 या 19 महीने पहले बता सकता था कि नंबर 4 या नंबर 5 की जगह के लिए हम किन उम्मीदवारों की तलाश कर रहे हैं, जो हमारे लिए विश्व कप में खेलेंगे। यह हमेशा श्रेयस, केएल और पंत के बीच होना था।
द्रविड़ ने आगे कहा कि इन सभी का एक साथ चोटिल हो जाने से हमें काफी नुकसान पहुंचाया और हमारे लिए परिस्थितियों को मुश्किल बना दिया। द्रविड़ ने कहा,
हमारे मन में इस बारे में कोई संदेह नहीं था कि ये तीन उम्मीदवार मुकाबले में होंगे। बेशक, यह दुखद है कि कुछ महीनों के अंदर उस पोजीशन पर खेलने वाले तीनों खिलाड़ी एक समय में ही चोटील हुए। ऐसा होने के बारे में किसने अनुमान लगाया होगा? उसका कोई हिसाब-किताब नहीं कर सकता।