रवि शास्त्री (Ravi Shastri) जब भारतीय टीम (India Cricket team) के हेड कोच थे, तब भले ही टीम ने आईसीसी (ICC) खिताब नहीं जीता, लेकिन काफी सफलताएं हासिल की। यही वजह है कि रवि शास्त्री के हेड कोच के रूप में कार्यकाल को अगर भारतीय इतिहास में सर्वश्रेष्ठ नहीं माना जाए तो निश्चित ही यह सर्वश्रेष्ठ में से एक जरूर माना जाएगा।
शास्त्री के कार्यकाल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में दो बार टेस्ट सीरीज में पटखनी दी। आईसीसी 2019 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का सफर सेमीफाइनल में समाप्त हुआ। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भारतीय टीम रनर्स-अप रही।
हेड कोच रवि शास्त्री व कप्तान विराट कोहली की जोड़ी ने भारतीय क्रिकेट को नई बुलंदियों पर पहुंचाया। शास्त्री और कोहली के बीच काफी गहरा रिश्ता है। जब आईपीएल में कोहली फ्लॉप हो रहे थे तब शास्त्री ने सलाह दी थी कि पूर्व भारतीय कप्तान को आराम की जरूरत है। कोहली ने अपने पूर्व हेड कोच की सलाह को नहीं माना था।
हालांकि, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने विराट कोहली के खराब फॉर्म के लिए रवि शास्त्री को जिम्मेदार ठहराया है। यूट्यूब चैनल कॉट बिहाइंड पर बातचीत करते हुए लतीफ से पूछा गया कि शास्त्री ने विराट कोहली को आराम की सलाह दी तो इस पर क्या कहेंगे। इस पर पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने कहा, 'यह सब रवि शास्त्री के कारण ही हो रहा है।'
उन्होंने साथ ही कहा कि प्रसारण करने वाले लोगों का कोचिंग से कोई वास्ता नहीं। याद दिला दें कि 2014 में रवि शास्त्री को दो साल के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का निदेशक बनाया गया था। फिर 2017 में शास्त्री को हेड कोच बनाया गया। अनिल कुंबले ने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद भारतीय टीम के हेड कोच पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद रवि शास्त्री को नया हेड कोच नियुक्त किया गया था। इससे पहले रवि शास्त्री लोकप्रिय कमेंटेटर थे। शास्त्री के आने के बाद भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में धमाकेदार प्रदर्शन किया।
राशिद लतीफ ने कहा, '2019 में आपने अनिल कुंबले जैसे खिलाड़ी को किनारे किया और आए रवि शास्त्री। मुझे नहीं पता कि उन्हें कोचिंग की मान्यता हासिल थी भी या नहीं। वो प्रसारणकर्ता थे। कोचिंग से उनका कोई लेना-देना नहीं था। विराट कोहली को छोड़कर मुझे भरोसा है कि शास्त्री को कोच बनाने में अन्य लोगों की भूमिका भी रही होगी। मगर अब यह फैसला उलटा पड़ रहा है। है कि नहीं? अगर शास्त्री कोच नहीं बनते तो कोहली का फॉर्म खराब नहीं होता।'