टीम इंडिया (Team India) के पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) विश्व के सबसे महान क्रिकेटरों में से एक हैं। उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर 24 सालों का रहा। फैंस के साथ-साथ दाएं हाथ के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज कई खिलाड़ियों के भी प्रेरणा स्त्रोत हैं, इनमें ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) का नाम भी शामिल है। अश्विन ने हाल ही में सचिन तेंदुलकर के प्रति अपने गहरे लगाव का इजहार किया था। उन्होंने अपने जीवन पर तेंदुलकर के व्यापक प्रभाव के बारे में खुलकर बात की।
बता दें कि 37 वर्षीय अश्विन को आगामी वर्ल्ड कप (ICC Cricket World Cup 2023) में अक्षर पटेल (Axar Patel) की रिप्लेसमेंट के तौर पर भारतीय टीम के स्क्वाड में जगह मिली है। टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले उनका एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह सचिन को अपनी प्रेरणा का स्त्रोत बता रहे हैं। 1990 के दशक में जन्में के अश्विन ने कुट्टी स्टोरीज़ के एक हालिया एपिसोड में मेहमान हर्षा भोगले के सामने तेंदुलकर के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त की।
इस पूरे ग्रुप को '90 के दशक के बच्चे' कहा जाता है, है ना? वे सचिन तेंदुलकर की चर्चा एक इमोशन के तौर पर करते थे। जैसा कि आपने (हर्ष) कहा, वे भारतीय क्रिकेट का पोस्टर बॉय नहीं थे। उन्होंने उस आशा का प्रतिनिधित्व किया जो मुझे हर सुबह जागने पर मिलती थी। जब मैं सचिन को बल्लेबाजी करते देखता था तो मेरा पेट फूल जाता था। जब वह आउट हो जाते थे तो मुझे लगता था कि भारत के जीतने की संभावना अब बहुत कम है। सचिन सिर्फ एक आइडल और आशा नहीं, बल्कि वह सब कुछ थे। सिर्फ क्रिकेट में नहीं ही वह जीवन की शुरुआत करने वाले एक भारतीय बच्चे के लिए सब कुछ थे। सचिन तेंदुलकर जैसा कोई नहीं है।
गौरतलब है कि अश्विन को अपने करियर के शुरुआती दिनों में भारतीय लीजेंड सचिन तेंदुलकर के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने का सौभाग्य मिला था। अश्विन ने माना कि तेंदुलकर का उनके ऊपर काफी अच्छा प्रभाव पड़ा था। यह ख़ुशी तब और भी बढ़ गई थी जब उन्होंने 2011 में सचिन के साथ वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीतने का जश्न मनाते हुए, अपने बचपन के सपने को पूरा किया था।