आईपीएल (IPL 2021) की शुरुआत से पहले दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के कप्तान श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) इंग्लैंड सीरीज में चोटिल हो गए थे। इसलिए आईपीएल में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला। ऐसे में दिल्ली टीम ने बड़ा फैसला लेते हुए ऋषभ पन्त (Rishabh Pant) को टीम का कप्तान चुना। उनकी कप्तानी सीजन के पहले हाफ में बेहतरीन रही और टीम ने 8 में से 6 मुकाबलों जीत हासिल की। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान रहे सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने ऋषभ पन्त को लेकर बड़ा बयान दिया था और कहा था कि उनमें भारत का कप्तान बनने की काबिलियत है। सुनील गावस्कर के इस बयान पर ऋषभ पन्त के कोच तारक सिन्हा (Tarak Sinha) असहमति जताई और बड़ी बात कही है।
ऋषभ पन्त के बचपन के कोच रहे तारक सिन्हा ने इस सन्दर्भ में कहा कि यह कहना जल्दबाजी होगा कि ऋषभ पन्त भारतीय टीम के कप्तान बन सकते हैं। सबसे पहले ऋषभ को एक खिलाड़ी के रूप में अपने आप को अच्छे से साबित करना होगा। यदि आप बड़े खिलाड़ी जैसे एमएस धोनी (MS Dhoni) और विराट कोहली (Virat Kohli) को देखेंगे, तो उन्होंने कप्तान बनने से पहले अपने आप को लम्बे समय तक साबित किया। इसलिए ऋषभ को भी पहले एक खिलाड़ी के रूप में अपने आप को साबित करना है। उसके बाद भविष्य में चयनकर्ता उनके कप्तान बनने का फैसला ले सकते हैं।
तारक सिन्हा ने दिल्ली कैपिटल्स और दिल्ली टीम की कप्तानी को लेकर ऋषभ पन्त के बारे में कहा कि उन्होंने आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए कप्तान के तौर पर अच्छा कार्य किया, साथ ही उनकी कप्तानी में दिल्ली टीम ने रणजी ट्रॉफी के फाइनल का सफ़र तय किया था। अब उसपर यह सभी जिम्मेदारियां अचानक से आ गई है लेकिन अभी वह एक बच्चा है। इसलिए उसको भारतीय कप्तान बनने में समय लगेगा।
ऋषभ पन्त के लिए पिछले 6 महीने उनके करियर को लेकर बहुत अहम रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उन्होंने अपना दमदार खेल दिखाया, तो उनकी कप्तानी में दिल्ली कैपिटल्स का प्रदर्शन आईपीएल में भी शानदार रहा। ऋषभ पन्त के सामने अब इंग्लैंड दौरे की बड़ी चुनौती होगी, जिसको लेकर वो लगातार अभ्यास कर रहे हैं।