रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज के दूसरे संस्करण की शुरूआत 9 जनवरी से हो सकती है, जिसका फाइनल 16 फरवरी को खेला जा सकता है। छह देशों के महान क्रिकेटर्स इसमें हिस्सा लेंगे। इस टूर्नामेंट में भारत, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज, इंग्लैंड और बांग्लादेश हिस्सा लेंगे।
सचिन तेंदुलकर के नेतृत्व वाली इंडिया लेजेंड्स ने पहला संस्करण जीता था, जो कोरोना वायरस महामारी के कारण दो भागों में खेला गया था। पहले सीजन की शुरूआत पिछले साल हुई थी और कोविड-19 महामारी के कारण इसे बीच में ही रोक दिया गया था।
शेष मुकाबले इस साल की शुरूआत में खेले गए, लेकिन ऑस्ट्रेलिया लेजेंड्स हिस्सा नहीं ले पाए थे और उनकी जगह बांग्लादेश ने ली थी। भारत ने रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज के पहले सीजन की मेजबानी की थी। यह टूर्नामेंट सड़क पर सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूकता लाने के इरादे से आयोजित किया गया था।
अगर रिपोर्ट्स की माने तो विचार चल रहा है कि अगले साल श्रीलंका में इस टूर्नामेंट की मेजबानी की जाएगी। हालांकि, अब तक कुछ स्पष्ट नहीं हुआ है। श्रीलंका के अलावा यूएई और दक्षिण अफ्रीका भी इस टूर्नामेंट की मेजबानी के दावेदार बने हुए हैं। अब यह देखना होगा कि किसे प्रतियोगिता के मेजबानी के अधिकार मिलते हैं।
भारत ने श्रीलंका को हराकर जीता था खिताब
इस साल मार्च में भारत ने रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज फाइनल में श्रीलंका को करीबी मुकाबले में मात देकर खिताब जीता था। यह बिलकुल 2011 विश्व कप फाइनल जैसा प्रतीत हुआ क्योंकि 2011 विश्व कप फाइनल में भी इन्हीं दोनों टीमों के बीच भिड़ंत हुई थी।
टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी की और 11 ओवर में 78/3 का स्कोर बना लिया था। तब युवराज सिंह और युसूफ पठान ने 85 रन की बेहतरीन साझेदारी करके भारत को 181 रन के विशाल स्कोर तक पहुंचाया था।
युवराज सिंह ने जहां 41 गेंदों में चार चौके और इतने ही छक्के की मदद से 60 रन बनाए थे। वहीं युसूफ पठान ने 36 गेंदों में चार चौके और पांच छक्के की मदद से 62 रन बनाए थे। भारत ने 20 ओवर में 4 विकेट खोकर 181 रन बनाए थे।
इसके जवाब में श्रीलंका लेजेंड्स ने कड़ी लड़ाई जरूर की, लेकिन वह लक्ष्य से 14 रन पीछे रह गई। भारत ने इस तरह पहले रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज का खिताब अपने नाम किया था।