रोहित शर्मा (Rohit Sharma) इस बार होने वाले आईसीसी वनडे विश्व कप 2023 (ICC World Cup 2023) में भारत की कप्तानी करने वाले हैं। इससे पहले उन्होंने 2015 और 2019 में दो बार वनडे विश्व कप खेला था। उससे पहले विश्व कप 2011 की रेस में भी रोहित शर्मा का नाम शामिल था, लेकिन भारतीय टीम ने उनकी जगह एक अतिरिक्त स्पिनर पीयुष चावला (Piyush Chawla) को टीम में शामिल किया था। महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) के नेतृत्व में विश्व विजेता बनने वाले विश्व कप 2011 के लिए अपना नाम चयन ना होने पर रोहित शर्मा काफी उदास हो गए थे। रोहित ने बताया कि उस वक्त युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने उनके लिए क्या किया था।
रोहित ने हाल ही में पीटीआई को दिए गए अपने एक इंटरव्यू में बताया कि,
"मैं उदास था, और अपने कमरे में बैठा था, और पता नहीं था कि आगे क्या करना है। मुझे याद है कि उस वक्त युवी (युवराज सिंह) ने मुझे अपने कमरे में बुलाया और डिनर के लिए बाहर ले गए। उन्होंने मुझे समझाया कि जब आप टीम से बाहर हो जाते है तो कैसा लगता है। उन्होंने मुझे कहा कि, सबसे अच्छी चीज है कि तुम्हारे सामने अभी बहुत सारे साल पड़े हुए हैं। हम विश्व कप खेलेंगे और तुम इस वक्त अपनी गेम, स्किल्स पर मेहनत करो और वापसी करो। ऐसा बिल्कुल नहीं है कि तुम भारत के लिए नहीं खेलोगे, और तुम्हें विश्व कप में खेलने का मौका नहीं मिलेगा।"
शायद युवराज के इसी सलाह के बाद रोहित की मेहनत की और टीम में वापसी की। चैंपियंस ट्रॉफी 2013 में अचानक एमएम धोनी ने मध्यक्रम के बल्लेबाज रोहित शर्मा को ओपनिंग करने का मौका दिया और फिर वहां रोहित की पूरी किस्मत बदल गई।
रोहित की दृढ़ता काम आई और उन्हें 2015 में पहली बार विश्व कप खेलने का मौका मिला। उस विश्व कप में रोहित भारत की ओर से दूसरे सबसे ज्यादा 330 रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। रोहित ने अपना दूसरा वनडे विश्व कप 2019 में खेला, जिसमें उन्होंने 5 शतकों की मदद से सबसे ज्यादा 648 रन बनाए। इसके लिए उन्हें आईसीसी का गोल्डन बैट अवॉर्ड भी मिला, और अब रोहित अपना तीसरा वनडे विश्व कप, और बतौर कप्तान पहला विश्व कप खेलने वाले हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि एक बल्लेबाज और कप्तान, दोनों के तौर पर उनका विश्व कप कैसा होता है।