भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टी20 मुकाबले में (IND vs AUS) हार का सामना करना पड़ा और टीम 200 से ज्यादा रन बनाकर भी हार गई। इस मैच के बाद टीम इंडिया के डेथ ओवरों की गेंदबाजी पर सवाल उठ रहे हैं लेकिन ऋतुराज गायकवाड़ ने गेंदबाजों का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि ओस की वजह से गेंद गीली हो गई थी और गेंदबाजी करना काफी मुश्किल हो रहा था। इसी वजह से गेंदबाज इन रनों को डिफेंड नहीं कर पाए।
गुवाहाटी में खेले गए तीसरे टी20 मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को 5 विकेट से हरा दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में 222/3 का बड़ा स्कोर खड़ा किया। टीम इंडिया के लिए ऋतुराज गायकवाड़ ने 123 रनों की तूफानी पारी खेली। हालांकि जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इस टार्गेट को 20वें ओवर की आखिरी गेंद पर हासिल कर लिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए ग्लेन मैक्सवेल ने काफी तूफानी पारी खेली। उन्होंने 48 गेंदों पर 104 रन बनाये जिसमें 8 चौके और 8 छक्के शामिल रहे। इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में भी खुद को बनाए रखा है।
गेंदबाजों के लिए कंडीशंस सही नहीं थे - ऋतुराज गायकवाड़
ऑस्ट्रेलियाई टीम को आखिरी तीन ओवरों में जीत के लिए 49 रन चाहिए थे और भारतीय गेंदबाज इस स्कोर को भी डिफेंड नहीं कर पाए। ऋतुराज गायकवाड़ ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा,
मुझे नहीं लगता है कि डेथ ओवरों में गेंदबाजी टीम इंडिया के लिए कोई चिंता का विषय है, क्योंकि गेंदबाज लगभग गीली गेंद से गेंदबाजी कर रहे थे। उनके लिए गेंदबाजी करना काफी मुश्किल हो रहा था। इस तरह की परिस्थितियों में प्रति ओवर 12 रन या फिर 13-14 रन प्रति ओवर भी हासिल किया जा सकता है। पहले मैच में आपने देखा कि हमने आसानी से 210 रन चेज कर लिए थे। गेंदबाजों के लिए परिस्थितियां मुश्किल थीं और हमें इस चीज को मान लेना चाहिए।