भारतीय टीम (India Cricket Team) के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने कहा कि उन्हें प्रसिद्ध कृष्णा (Prasidh Krishna) के लिए बुरा लगा, जिनका दक्षिण अफ्रीका (South Africa Cricket Team) के खिलाफ बॉक्सिंग-डे टेस्ट के दूसरे दिन प्रदर्शन साधारण रहा। मांजरेकर का मानना है कि सेंचुरियन में जारी टेस्ट मुकाबले के दूसरे दिन कृष्णा को अपनी नेचुरल स्टाइल के खिलाफ गेंदबाजी करने को कहा गया।
प्रसिद्ध कृष्णा ने पहले टेस्ट के दूसरे दिन 15 ओवर की गेंदबाजी की, जिसमें 61 रन खर्च करके एक विकेट लिया। सुपरस्पोर्ट पार्क में तेज गेंदबाजों के लिए मददगार पिच पर कृष्णा अपना जल्वा नहीं बिखेर सके और गेंद पर उनका नियंत्रण बेहतर नहीं नजर आया।
दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे दिन स्टंप्स तक 66 ओवर में 5 विकेट खोकर 256 रन बनाए और पहली पारी के आधार पर भारत के खिलाफ 11 रन की बढ़त हासिल की, जबकि उसके पांच विकेट शेष हैं। कृष्णा ने बुधवार को दिन के खेल के आखिरी सेशन में अपना पहला टेस्ट विकेट लिया। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज काइल वेरेन को केएल राहुल के हाथों कैच आउट कराया। हालांकि, उनके करियर की शुरुआत प्रभावी नहीं दिखी।
दाएं हाथ का तेज गेंदबाज शुरुआत के दो स्पेल में स्विंग की तलाश में दिखा और लगातार ऊपर की तरफ गेंदबाजी की। उन्होंने अपने पहले 10 ओवर में 10 बाउंड्री खर्च की।
संजय मांजरेकर ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा, 'आपको प्रसिद्ध कृष्णा के लिए बुरा लगेगा क्योंकि आपको पता चलेगा कि उन्हें अपनी नेचुरल स्टाइल के खिलाफ गेंदबाजी करने को कहा गया। अगर आप उनका आखिरी स्पेल देखेंगे तो पाएंगे कि वो दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज के समान पिच पर गेंद पटकने में सहज हैं। जब उन्होंने पहला गेंदबाजी स्पेल डाला तो मुझे लगा कि टीम की जरूरत गेंद को आगे डालने की थी।'
उन्होंने कहा, 'भारतीय टीम तब आगे गेंद डालकर बल्लेबाज से ड्राइव कराना चाहती थी। वहां प्रसिद्ध कृष्णा संघर्ष करते दिखे। मगर अंत में जब वो अपने मनपसंद अंदाज में गेंदबाजी करने लगे तो हमने देखा कि वो क्या करना पसंद करते हैं।'
बता दें कि प्रसिद्ध कृष्णा को उनकी हाइट और पिच से बाउंस निकालने की क्षमता को देखते हुए मुकेश कुमार पर तरजीह दी गई। मुकेश कुमार को इस साल वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू का मौका दिया गया था। हालांकि, प्रसिद्ध कृष्णा पिच का फायदा पहले दो स्पेल में नहीं उठा सके और अपना प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। भारतीय टीम को तीसरे दिन अपने गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी।