पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट ने संजू सैमसन की कड़ी आलोचना की है। श्रीलंका के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल सीरीज में संजू सैमसन मौकों का फायदा नहीं उठा सके, जिस पर बट ने भड़ास निकाली है। सलमान बट ने संजू सैमसन को आलसी बल्लेबाज और साधारण सोच वाला खिलाड़ी करार दिया।
संजू सैमसन काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी माने जाते हैं, लेकिन श्रीलंका के खिलाफ तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों में उन्होंने क्रमश: 27, 7 और 0 रन बनाए। बट के मुताबिक संजू सैमसन को भारतीय खेमे में कोविड स्थिति का पता होने के बाद ज्यादा जिम्मेदारी लेकर खेलना चाहिए था क्योंकि उन्हें पता था कि टीम में केवल पांच बल्लेबाज हैं।
अपने यूट्यूब चैनल पर बट ने कहा, 'संजू सैमसन मुझे आलसी बल्लेबाज जैसे लगे। जब आपको पता है कि किसी गेंदबाज को नहीं समझ पा रहे हो तो आपको अपना पैड बल्ले से आगे रखना चाहिए और उसे बाहर खेलना चाहिए। मगर फिर भी सैमसन बैकफुट पर जाकर शॉट खेलने की कोशिश कर रहे थे।'
बट ने आगे कहा, 'तो क्या हुआ कि सैमसन गेंद पर बल्ला नहीं अड़ा पाए और स्टंप के सामने घिर गए। इससे प्रतीत हुआ कि उनकी बहुत साधारण सोच है। जब आपको पता है कि टीम में केवल पांच बल्लेबाज हैं और आप उनमें से एक हैं। दो पहले ही आउट हो चुके हैं। आपको ऐसे में ज्यादा सतर्कता रखना चाहिए थी। मगर मुझे संजू सैमसन में वो प्रयास नहीं दिखा।'
संजू सैमसन का टी20 इंटरनेशनल करियर अब तक शानदार नहीं रहा है। 10 मैचों में उन्होंने केवल 117 रन बनाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 27 रन है, जो श्रीलंका के खिलाफ हाल ही में संपन्न पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में बनाए थे।
संजू सैमसन उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे: सलमान बट
श्रीलंका के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल सीरीज में भारतीय टीम के प्रदर्शन का विश्लेषण करते हुए बट ने स्वीकार किया कि देवदत्त पडिक्कल और रुतुराज गायकवाड़ भी अच्छी पारी नहीं खेल पाए। मगर उन्होंने इन दोनों खिलाड़ियों के लिए कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोनों नए हैं।
बट ने आगे कहा कि ऐसा संजू सैमसन के साथ नहीं है। सैमसन के पास घरेलू क्रिकेट के अलावा आईपीएल का भी लंबा अनुभव है। पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज ने कहा, 'देवदत्त पडिक्कल और रुतुराज गायकवाड़ ने केवल दो मैच खेले हैं। यह सही है कि आईपीएल के समान उन्होंने रन नहीं बनाए। मगर उनमें क्षमता है और उन्हें बेहतर पिचों पर भविष्य में अपनी काबिलियत साबित करने का मौका मिलेगा। जहां तक संजू सैमसन की बात है तो वह उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं। उन्होंने कोई जिम्मेदारी नहीं ली। ऐसे पल होते हैं जहां आप अपना नाम बना सकते हो।'